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मल्लीनाथ पशु मेले में पशुओं की आवक शुरू, सौ से अधिक पशु पहुंचे

locationबाड़मेरPublished: Mar 25, 2019 07:26:11 pm

Submitted by:

Dilip dave

– दो-दिन में मेला चढ़ेगा परवान पर- 31 मार्च को होगा झंडारोहण

मल्लीनाथ पशु मेले में पशुओं की आवक शुरू, सौ से अधिक पशु पहुंचे

मल्लीनाथ पशु मेले में पशुओं की आवक शुरू, सौ से अधिक पशु पहुंचे

बालोतरा.
सात शताब्दियों से लगने वाला मल्लीनाथ पशुमेला तिलवाड़ा 31 मार्च से झण्डारोहण के साथ विधि-विधान से प्रारंभ होगा, लेकिन इससे पहले ही पशुपालक यहां पशु लेकर पहुंचने शुरू हो गए हैं। अब तक एक सौ से अधिक पशु मेले में पहुंचे हैं, वहीं इनके पहुंचने का सिलसिला जारी है। इस पर मेले में अब दुकानें लगनी प्रारंभ हो गई है। अगले दो दिन में मेल में बड़ी मात्रा में पशुओं के पहुंचने व दुकानें लगने से रौनक और बढ़ेगी।
देश विख्यात मल्लीनाथ पशु मेला तिलवाड़ा प्रारंभ होने से पूर्व ही यहां पशुपालक पशु लेकर पहुंचने शुरू हो गए हैं। होली पर्व मनाने बाद पशुपालक यहां पहुंचने प्रारंभ हो गए थे। इस पर सोमवार तक मेले में करीब 100 पशु पहुंच चुके थे, इनमें सर्वाधिक घोड़े हैं। वहीं कुछ बैल है। साथ ही वाहनों से पशुओं के मेले में पहुंचने का सिलसिला जारी था। पशुपालकों व पशुओं के पहुंचने के समाचार पर दुकानदार अब यहां दुकानें सजाने में लग गए हैं। अब तक मेले में खाने-पीने, विभिन्न जरूरत के सामान, बर्तन, पलंग, चना आदि की डेढ़ दर्जन से अधिक दुकानें लग चुकी है। इसके साथ ही आस पास के गांवों के लोग मेले में घूूमने-फिरने पहुंच रहे हैं। अगले दो -तीन दिन में बड़ी संख्या में पशुपालकों के मेले में पहुंचने व जरूरत के सामान की दुकानें लगने पर इसकी रौनक और बढ़ेगी।
सफाई के साथ पेयजल आपूर्ति आरम्भ- ग्राम पंचायत के मेला मैदान की सफाई, टूटी पशु खेळियों की मरम्मत व पेयजल आपूर्ति शुरू होने पर पशुपालक राहत महसूस कर रहे हैं। ठेकेदार के लोग मेला मैदान में विद्युत रोशनी व्यवस्था करने में जुटे हुए थे।
घोड़ों की अच्छी ब्रिकी की उम्मीद- अश्व पालकों के अनुसार इस वर्ष मेले में घोड़े अधिक आने व इनकी अच्छी बिक्री होने की संभावना है। पूर्व के वर्षों में घोड़ों में गलेण्डर रोग होने पर पशुपालन विभाग ने मेले में रोगग्रस्त घोड़ों के प्रवेश पर रोक लगाई थी। इस पर मेले में आने-जाने के महंगे खर्च व इनकी बिक्री नहीं होने पर अश्वपालक कम घोड़े लेकर पहुंचे थे।
व्यवस्था से संतुष्ठ – परसों रात मेले में छह घोड़े लेकर पहुंचा हूं। व्यवस्था से संतुष्ट हूं। इस वर्षअधिक संख्या में घोड़े आने की पूरी उम्मीद है। बिक्री भी अच्छी होने को लेकर आश्वस्त हूं। – सरफरोज खान, अश्वपालक फिरौजाबाद
घोड़ों की ब्रिकी की उम्मीद- रविवार शाम को मेले में घोड़े लेकर पहुंचा हूं। दो वर्ष पूर्व घोड़ों में गलेण्डर रोग होने व जांच बाद इनके मेले में प्रवेश पर बहुत कम घोड़े पहुंचे थे। इस बार अधिक घोड़े पहुंचने व अच्छी बिक्री होने की पूरी उम्मीद है। – जाकिर जुनेजा, अश्वपालक जोधपुर
दो-तीन दिन में होगी रौनक- मेले को लेकर ग्राम पंचायत को जो कार्य सौंपा गया था, उसे पूरा कर लिया गया है। पानी की आपूर्ति शुरू करने के साथ रोशनी की व्यवस्था की जा रही है। दो-तीन दिन में बड़ी संख्या में पशुओं की आवक होने पर मेला की रौनक बढ़ेगी। – शोभसिंह महेचा, सरपंच तिलवाड़ा
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