यह है स्थिति
महज दो घंटे ही बिजली मिल रही है। ऊर्जा संयंत्रों में 90 से अधिक संयंत्र खराब पड़े हैं। जिसको कोई नही पहुंचा। डिस्टिल्ड वाटर डालना जरूरी है, यह झंझट बन चुका है। समय पर डिस्टिल्ड़ वाटर नहीं डालने से भी कई जगह बैटरी जल चुकी है।
3440 कनेक्शन की फाइल अटकी
बिजावल,नोहङिय़ाला, समद का पार, गङस,सिरगुवाला, मायाणी,मठाराणी,शहदाद का पार,बाङमेरों का पार,ढगारी में सौर ऊर्जा संयंत्र के 3640 परिवार जुङेंगे। डीएनपी क्षेत्र में 3440 लोगो को सौर ऊर्जा कनेक्शन की फाइल लखनऊ भेजी गई है। यहां से डीएनपी क्षेत्र में कनेक्शन की अनुमति मिलेगी। डिस्कॉम इसके लिए इंतजार कर रहा है।
ग्रामीणों का कहना
-महज 2 घंटे रोशनी देने के बाद बैटरियां चार्ज छोङ देती है। मरम्मत की परेशानी से ग्रामीण इसका उपयोग ही नहीं करते। सैकङों किमी दूर कोई ठीक करने भी नहीं आता।- जेतमालसिंह, ग्रामीण
-बाकी सभी जगह विद्युत कनेक्शन दिए जा रहे हैं तो डीएनपी के लोगों को वंचित क्यों रखा जा रहा है। इसको लेकर सरकार को पूरी पैरवी करनी चाहिए। – भूरसिंह सोढ़ा, सिरगुवाला -गांव में बिजली के पोल 400 मीटर की दूरी पर है। बिजली के लिए साल भर पूर्व विद्युत कनेक्शन के लिए फाइलें, डिमांड राशि भी जमा करा रखे हैं लेकिन उन्हें डीएनपी की अनुमति का हवाला देकर बिजली से वंचित रखा जा रहा है- हाकमसिंह, समध का पार
-आजादी के बाद से वह बिजली को तरस रहे हैं। आजादी के 70 साल बाद भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखना कहां का न्याय है?- भोमसिंह, नोहडि़याला -जिले में कुल 68033 सौर ऊर्जा संयंत्र लगेंगे। इसमें 3640 परिवार को डीएनपी के गांव में संयंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए ग्रामीणों को 5 साल की गारंटी दी जाएगी। इसमें खराबी होने पर बैटरी ,प्लेट को चेंज करवा सकते है। -उम्मेदाराम चौधरी, सहायक अभियंता, दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना गडरारोड