रतन दवे
बाड़मेर पत्रिका.पचपदरा रिफाइनरी के साथ ही अब बाड़मेर के तेल व गैस क्षेत्र के उन्नयन को लेकर बड़ा प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। इस पर 2021 तक 12000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इससे मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल औैर रागेश्वरी गैस टर्मिनल का उन्नयन किया जाएगा। उत्पादित गैस को गुजरात तक परिवहन के लिए 600 किमी की अतिरिक्त पाइप लाइन रागेश्वरी(गुड़ामालानी) से भोगाट( गुजरात) तक बिछाई जाएगी। तेल उत्पादन 3 लाख बैरल प्रतिदिन और गैस उत्पादन 16.5 करोड़ घनफीट करने का लक्ष्य तय किया गया है। यह 2015 की मंदी के बाद तेल-गैस क्षेत्र का जिले में बड़ा निवेश होगा।
फिलहाल रागेश्वरी गैस टर्मिनल में 5.5 करोड़ घनफीट प्रतिदिन गैस का उत्पादन हो रहा है जो भोगाट तक जा रही है। इसके लिए 600 किमी की गैस पाइप लाइन बिछी हुई है। गैस उत्पादन बढऩे पर अतिरिक्त जरूरत पर अब 600 किमी की एक पाइप लाइन और बिछेगी। करीब 1000 करोड़ की लागत की इस पाइप लाइन की मोटाई 30 इंच होगी। तीन साल में यह कार्य पूर्ण हो जाएगा। प्राकृतिक गैस गुजरात स्टेट पेट्रोनेट लिमिटेड को भेजी जा रही है। गैस फील्ड में कार्बन डाई इंजेक्शन से गैस उत्पादन, एलपीजी स्टोरेज टंैक, सीएनजी तथा फीलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
तेल के लिए एमपीटी का उन्नयन मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल से 700 किमी की तेल पाइप लाइन बिछी है जो भोगाट तक जाती है। इससे अभी प्रतिदिन 2.25 लाख बैरल तेल पहुंच रहा है। अभी लक्ष्य 3 लाख बैरल तय किया गया है। इसके लिए वर्तमान पाइप लाइन पर्याप्त है। एमपीटी में सल्फेट शुद्धीकरण प्लांट, एफुलेंट ट्रीटमेंट प्लांट, वेस्ट ऑयल ट्रीटमेंट फेसेलिटी पर कार्य होगा।
होगा उन्नयन तेल क्षेत्र के विकास के कार्य शुरू किए गए हैं। ये सभी सितंबर 2019 के मध्य तक जमीन पर नजर आएंगे। तेल व गैस उत्पादन बढ़ाने के लिए यह निवेश होगा। –
सुधीर माथुर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, केयर्न