गौरतलब रहे कि बागावास गांव निवासी कम्मे खां की पत्नी मुरादी के 28 जून को पेट दर्द होने पर उसे माडपुरा चौराहे स्थित नागाणाराय मेडिकल स्टोर पर दवाई के लिए लाया गया। यहां पर मेडिकल संचालक नगसिंह ने महिला के इंजेक्शन लगाने के साथ कुछ दवाइयां दी थी।
जिससे मुरादी की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। इस पर मेडिकल संचालक ने मुरादी को वहां से बालोतरा चिकित्सालय भेज दिया। यहां से चिकित्सकों ने मुरादी को जोधपुर भेज दिया। जोधपुर में 2 जुलाई शाम को उपचार के दौरान मुरादी ने दम तोड़ दिया था। इसके बाद वहां से विधि सम्मत कार्रवाई के बाद शव परिजन को सौंपा गया।
दूसरे दिन भी मेडिकल संचालक रहा भूमिगत गलत दवाइयां ( medicines) देने से महिला की मौत का मामला दर्ज होने के दूसरे दिन भी मेडिकल संचालक नगसिंह भूमिगत रहा। मेडिकल संचालक की गिरफ्तारी नहीं होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया कि पुलिस ने समय रहते आरोपी मेडिकल संचालक को गिरफ्तार नहीं किया तो ग्रामीणों को मजबूरन विरोध प्रदर्शन करना पड़ेगा।
मंडली थानाधिकारी भंवरसिंह ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद मेडिकल संचालक को गिरफ्तार किया जाएगा।