scriptईश्वर ना करे, कभी बड़ी मात्रा में तुरंत रक्त की आवश्यकता हो जाए जरूरतमंदों की जिन्दगी दांव पर लग सकती…पढ़िए पूरी खबर | Neither was licensed blood banks and not upgrade storage license | Patrika News

ईश्वर ना करे, कभी बड़ी मात्रा में तुरंत रक्त की आवश्यकता हो जाए जरूरतमंदों की जिन्दगी दांव पर लग सकती…पढ़िए पूरी खबर

locationबाड़मेरPublished: Jul 06, 2019 12:13:10 pm

Submitted by:

Moola Ram

– उप जिला चिकित्सालय में एक बूंद भी रक्त का नहीं हैस्टोरेज
न ब्लड बैंक का लाइसेंस आया और ना स्टोरेज के लाइसेंस का नवीनीकरण
 

Neither was licensed blood banks and not upgrade storage license

Neither was licensed blood banks and not upgrade storage license

बालोतरा. आस-पास होने वाले हादसों के बाद बालोतरा अस्पताल (Balotra Hospital) पहुंचने वाले घायलों की जिन्दगी उनके भाग्य पर आधारित है। दुर्घटना में किसी का अत्यधिक रक्त बह गया तो इसकी व्यवस्था के लिए जोधपुर या बाड़मेर जाना पड़ता है। एेसे में रक्त पहुंचने तक मरीज व परिजन की सांसें अटक जाती है। ईश्वर ना करे, कभी बड़ी मात्रा में तुरंत रक्त की आवश्यकता हो जाए जरूरतमंदों की जिन्दगी दांव पर लग सकती है।
औद्योगिक शहर बालोतरा के जिला स्तरीय राजकीय नाहटा चिकित्सालय में दशकों से संचालित ब्लड बैंक (Bld Bank) के नाको के मापदण्ड अनुसार नहीं होने के कारण चिकित्सा प्रशासन ने जून 2015 में इसका संचालन बंद कर दिया। वहीं शहर, क्षेत्र के सरकारी, निजी चिकित्सालयों में होने वाले ऑपरेशन, हादसों में घायलों के उपचार के लिए रक्त की रहने वाली जरूरत की पूर्ति के लिए, नाको ने ब्लड स्टोरेज संचालन का लाइसेंस जारी किया था। तब से राजकीय नाहटा चिकित्सालय प्रशासन जोधपुर के उम्मेद चिकित्सालय रक्त लाकर बालोतरा, व क्षेत्र के मरीजों को जरूरत के हिसाब से इसे उपलब्ध करवाता है।
रक्तदाता नहीं कर पा रहे रक्तदान

शहर तथा आस-पास के कई रक्तदाता चाहकर भी रक्त नहीं दे पा रहे हैं। प्रशासन में हावी लालफीताशाही के चलते बालोतरा के राजकीय नाहटा चिकित्सालय में दस माह पहले बनकर तैयार ब्लड बैंक को न संचालन के लिए लाइसेंस जारी हो पाया है ओर न ही ब्लड स्टोरेज (Blood storage) संचालन के लाइसेंस का नवीनीकरण (Renewal )जारी किया गया है। इससे क्षेत्र के रक्तदाताओं व जागरूक लोगों में रोष है।
दस माह से धूल फांक रहा भवन

पूराने ब्लड बैंक को बंद करने के बाद राज्य सरकार ने नए भवन निर्माण के लिए बजट उपलब्ध करवाया था। इस पर करीब 40 लाख लागत से चिकित्सालय भवन में ही नाको के मापदण्ड अनुसार भवन का निर्माण किया गया। इसके बाद प्रथम बार निरीक्षण के लिए पहुंची नाको टीम ने कुछ कमियां पाई व इन्हें पूरा करने को कहा। चिकित्सालय प्रशासन ने इन्हें ठीक किया। इस पर 23 मई को नाको टीम निरीक्षण के लिए दुबारा पहुंची। भवन व सुविधाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया। लेकिन नाको ने आज दिन तक ब्लड बंैक संचालन का लाईसेंस जारी नहीं किया है। इस पर दस माह पहले बनकर तैयार हुआ भवन धूल फांक रहा है।
ब्लड स्टोरेज लाइसेंस नवीनीकरण को भी तरसे

नाको ने पुराने ब्लड बैंक को बंद करने के निर्देश के साथ व्यवस्था संचालन के लिए ब्लड स्टोरेज लाइसेंस जारी किया था। तब से आज तक जोधपुर से रक्त लाकर मरीजों को उपलब्ध करवा रहा था। ब्लड स्टोरेज संचालन लाइसेंस की अवधि 7 जून 2019 थी। इसके समाप्त होने से पूर्व चिकित्सालय प्रशासन ने ब्लड स्टोरेज संचालन लाइसेंस नवीनीकरण का आवेदन किया था।अब दो माह बाद इसका नवीनीकरण नहीं किया गया है।
23 मई को आखिरी बार लाए रक्त

नाहटा चिकित्सालय में आखिरी बार 23 मई को जोधपुर से रक्त लाया गया। इसके बाद जोधपुर ने रक्त उपलब्ध नहीं करवाया, वहीं 7 जून को ब्लड स्टोरेज संचालन के लाइसेंस की अवधि समाप्त हो गई। अब ब्लड को लेकर चिकित्सालय प्रशासन की परेशानियां बढ़ गई है। वह जोधपुर से रक्त लाकर उपलब्ध नहीं करवा सकता है, वहीं ब्लड बैंक संचालन लाइसेंस के अभाव में शहर, क्षेत्र के रक्तदाता चाहकर भी रक्तदान नहीं कर सकते हैं।
जुड़े हैं 400 से अधिक गांव

जिला स्तरीय राजकीय नाहटा चिकित्सालय से उपखंड बालोतरा, सिवाना के 400 से अधिक गांवों के मरीज जुड़े हुए हैं। बालोतरा से बाड़मेर-जोधपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, पठानकोठ-काण्डला मेगा हाइवे व कई स्टेट हाइवे गुजरते हंै। शहर, क्षेत्र के सरकारी, निजी चिकित्सालयों में सुरक्षित प्रसव, उपचार, ऑपरेशन में रक्त की जरूरत रहती है। बालोतरा के वस्त्र कारखानों, शहर क्षेत्र के मार्गों पर होने वाले हादसों पर बेहतर उपचार के लिए घायलों को यहां लाया जाता है। इस पर ब्लड बैंक व स्टोरेज का संचालन नहीं होने पर रक्त की व्यवस्था को लेकर परिजन को लंबी दौड़ लगानी पड़ती है।
लाइसेंस जारी नहीं करना अन्याय

बालोतरा बड़ा शहर है। सैकड़ों गांव इससे जुड़े हुए हैं। ब्लड बैंक भवन तैयार होने के बावजूद, लाइसेंस जारी नहीं किया जाना शहर, क्षेत्र के लाखों जनों के साथ अन्याय है। शीघ्र लाइसेंस जारी करें।
– धनराज चौपड़ा

परेशान को और परेशानी

ब्लड बंैक व ब्लड स्टोरेज का लाइसेंस जारी व नवीनीकरण नहीं करना, शहर,क्षेत्र के मरीजों, रक्तदाताओं के अधिकारों का हनन है। रक्त के लिए पहले से ही परेशान लोगों को और परेशान होना पड़ता है।
– पुरुषोत्तम सैन
जारी हो लाइसेंस

प्रसव, कमजोर मरीजों, ऑपरेशन व घायलों के उपचार में रक्त की जरूरत रहती है। रक्त उपलब्ध नहीं होने को लेकर हर दिन चिकित्सक, मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है। नाको शीघ्र लाइसेंस जारी करें।
– डॉ. प्रकाश विश्रोई

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो