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खसरा भूमि का आबादी में नहीं कन्वर्जन, पट्टों को तरस रहे हजारों परिवार

locationबाड़मेरPublished: Jun 17, 2019 12:34:12 pm

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No conversion to the measles land population

No conversion to the measles land population

खसरा भूमि का आबादी में नहीं कन्वर्जन, पट्टों को तरस रहे हजारों परिवार

– कस्बे की आधा दर्जन बस्तियों का दर्द, पांच दशक से पट्टों का इंतजार
सिवाना. कस्बे के आबादी क्षेत्र में स्थित आधा दर्जन खसरा भूमि का आजादी के बाद से अभी तक आबादी में सम्परिवर्तन (कन्वर्जन) नही हो पाने के कारण लगभग ढाई हजार परिवार पट्टो को तरस रहे हैं। पांच दशक से प्रशासनिक जन शिविरों, जनप्रतिनिधियों से कई बार लिखित मांग करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही। कस्बे के हिंगलाज कॉलोनी, भाट बस्ती, ईदगाह कॉलोनी, देवन्दी रोड भील बस्ती, नट कॉलोनी,महाराणा प्रताप कॉलोनी सहित आधा दर्जन खसरों में पांच दशकों से लगभग ढाई हजार परिवार आबाद है। इन कॉलोनियों में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद वर्षो से लोगो को अपने आशियानों के पट्टे नहीं मिल रहे हैं। जिसके चलते इन गरीब व पिछड़े वर्ग के परिवारों को सरकारी आवास योजना का भी लाभ नही मिल पा रहा है। बैंक ऋण लेकर भी आवास नही बना पा रहे हैं। इसके अलावा अन्य सुविधाएं जुटाने में परेशानी उठानी पड़ रही है। निप्र.
प्रस्ताव भेजे, कार्रवाई नहीं-
ग्राम पंचायत की बैठकों के जरिए उक्त खसरों को आबादी में कन्वर्जन के प्रस्ताव उच्च स्तर पर कई बार भेजे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। –

चन्दनसिंह राजपुरोहित, पूर्व वार्ड पंच
शीघ्र पट्टे दिलवाएं- लम्बे समय से हजारों परिवार उक्त गैर मुमकिन खसरों पर आबाद है। मांग के बावजूद भूमि कन्वर्जन नही हो रही है। शीघ्र आबादी में कन्वर्जन कर लोगो को पट्टे दिलवाए जाए। – लच्छीराम माली, पूर्व वार्ड पंच
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