-1000 यात्रियों के लिए सुविधायुक्त रेलवे स्टेशन
– एयर कंडिशन्ड व पूरा कांच से पैक
– बैठने को आरामदायक बैंच, सामान लाने ले जाने को ट्रोली,पंखे और और कूलर
– ठंडे पानी की मशीन और पानी के कैम्पर, मीठा पानी उपलब्ध
– आवश्यक पेय पदार्थों सहित कैंटीन सुविधा
– मेडिकल टीम सहित आपातकालीन दवा
– महिला-पुरुष के लिए 10- 10 अलग अलग शौचालय व स्नानघर उपलब्ध,नहाने की सुविधा
– इमिग्रेशन, कस्टम, जांच के दौरान शीशे से बने वातानुकूलित गैलेरी ,जिसमे कूलर व पंखे लगे हुए हैं
– छप्पर का लोहे का टीन शैड जो 50 डिग्री तापमान में तवे की तरह तप जाता है
– बैठने के लिए लोहे की कुछ बैंच लगी है
– चारों तरफ से खुला हुआ लू और गर्मी के थपेड़े सहना मजबूरी
– कुछ पंखे लगे है लेकिन लू व हवा चलने से लाभ नहीं मिल रहा
– केवल चार शौचालय बने है, महिलाएं होती है परेशान
– इमीग्रेशन व कस्टम जांच भी खुले में
– 500 यात्रियों के लिए ही सुविधा जब इससे ज्यादा यात्री होते है तो और भी परेशानी
– मेडिकल व कैंटीन की कोई सुविधा नहीं
शनिवार को थार एक्सप्रेस कराची से रवाना होकर सुबह करीब 8 बजे पाकिस्तान के जीरो लाइन रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां 424 यात्री पहुंच गए थे। शाम 4.45 बजे तक यह यात्री इस असुविधाजनक प्लेटफार्म पर 50 डिग्री के करीब तापमान में तड़पते रहे। भारत से 258 यात्री थार लिंक एक्सप्रेस से पाकिस्तान जीरो लाइन पर गए जिनके लिए भी इमीग्रेशन व कस्टम जांच देर रात तक चली। आठ से दस घंटे इनको भी यहां परेशान होना पड़ा।