जानकारी के अनुसार क्षेत्र में अवैध कनेक्शन की भरमार है। कई लोग नल आने पर मशीन लगाकर पानी खींच लेते हैं। ऐसे में अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंच पाता है। विभाग की ओर से अवैध कनेक्शन व मोटर लगाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने के कारण समस्या बरकरार है।
लोगों का कहना है कि कइयों ने एक ही परिसर में 9 कनेक्शन तक ले रखे हैं। मोहल्ले के बुजुर्ग बताते हैं कि एक साल पहले तक इतना पानी आता था कि नलों पर टोंटी लगाकर बंद करना पड़ता था। अब एक वर्ष से पानी की बूंद ही नहीं टपक रही है।
क्षेत्र में संस्कृत विद्यालय का संचालन होता है। जिसमें करीब 200 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। नल नहीं आने के कारण विद्यालय में पानी के टैंकर मंगवाने पड़ते हैं। शिक्षकों के लिए समस्या यह आती है कि महीने में 3-4 टैंकर पानी के रुपए किस मद से खर्च करें। इसके लिए अलग से बजट भी नहीं आता। ऐसे में स्कूल के लिए पानी की समस्या है।
टैंकर मंगवाना मजबूरी
40-50 परिवार पानी नहीं आने के कारण टैंकर मंगवा रहे हैं। नियमित जलापूर्ति के लिए जिला कलक्टर से लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों तक अवगत करवा दिया लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ।
पहले खूब आता था
नहर आने के समय पानी खूब आता था। अब तो बिल्कुल नहीं आ रहा है। टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं।
अजीतदान देवल गंभीर समस्या है
स्कूल में 200 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। पानी के अभाव में टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। गंभीर समस्या भोग रहे हैं।
राजेन्द्र कुमार शर्मा
कई बार शिकायत पानी की किल्लत को लेकर उच्च अधिकारियों तक शिकायत की। लेकिन कहीं पर सुनवाई नहीं हुई ।
देवीदान चारण प्रदर्शन करेंगे
समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मोहल्ले वासियों को मजबूरन प्रदर्शन करना पड़ेगा।
नाथुदान देवल
समस्या आ रही है इस मोहल्ले में ऊंचाई के कारण समस्या आ रही है। सप्लाई के दौरान बिजली बंद की जाए तो अधिकांश घरों में पानी पहुंच सकता है। नियमित समाधान के लिए एसआर बनाने की आवश्यकता है।
महेश कुमार शर्मा, सहायक अभियंता, जलदाय विभाग, बाड़मेर