जसोल (jasol) के एस.एन.वोहरा स्कूल में श्री माता राणी भटियाणी मंदिर संस्थान की ओर से 22 से 30 जून तक रामकथा का आयोजन किया गया था। कथा (katha ) के दूसरे दिन मध्यान्ह में आए बवण्डर से डोम धराशाही हो गया है। गिरे डोम व इसमें प्रवाहित करंट की चपेट में आने से उस दिन 15 जनों ने दम तोड़ा था।
हादसे में गंभीर घायल व जोधपुर चिकित्सालय (Jodhpur Hospital) में उपचार ले रही जसोल निवासी राणी देवी पत्नी फरसाराम ने मंगलवार शाम छह बजे दम तोड़ दिया। राणीदेवी वार्डपंच रह चुकी है। वह पिछले 9 दिन से चिकित्सालय में उपचार ले रही थी। मंगलवार दसवें दिन उसने दम तोड़ा। बुधवार को कस्बे जसोल में मृतका का अंतिम संस्कार किया गया।
फिर उठा दर्द- हादसे के दिन 14 जनों की मौके पर ही मौत हुई थी। इसके दूसरे दिन एक गंभीर घायल व्यक्ति ने जोधपुर चिकित्सालय में दम तोड़ा था। इसके बाद दसवें दिन मंगलवार को दूसरे गंभीर घायल ने दम तोड़ा है। इस पर शहर व क्षेत्र के लोगों के सीने में उठा दर्द एक बार फिर से सुलग उठा।
ये ले रहे हैं उपचार- जोधपुर के चिकित्सालय में हादसे में गंभीर घायल जसोल निवासी सरदारराम पुत्र बगदाराम प्रजापत, तुलसी पत्नी गोबरराम मेघवाल, शांतिदेवी पत्नी पारसमल सोनी, पारसमल पुत्र खीमराज सोनी उपचार के लिए भर्ती है।