नहीं हो सकती आवंटित
सर्वोच्च न्यायालय की ओर से जगपालसिंह बनाम स्टेट ऑफ पंजाब में निर्णय पारित कर गोचर भूमि निजी संस्थाओं/ गैर सरकारी संस्थाओं/कंपनियों को किसी प्रयोजनार्थ आवंटित नहीं करने के आदेश है।
शिथिलन यह
गोचर भूमि का क्षतिपूर्ति अर्थात गोचर के बदले अन्य भूमि गोचर घोषित कर सरकारी प्रयोजनार्थ बशतें भूमि की आवश्यकता बुनियादी ढांचा के लिए हों आवंटित की जा सकती है।
जैसलमेर में यह यह स्थिति
जैसलमेर जिले में करीब 50 हजार बीघा ओरण-गोचर भूमि है। इनमें देगराय, डेलासर, जानरा, सांखला, भादरिया, सलखा, मोकला, बेरेरी, भेलानी, आसकन्दरा प्रमुख ओरण- गोचर क्षेत्र हैं। ओरण गोचर पर अतिक्रमण की शिकायतें सैकड़ों में है।
ओरण-गोचर संरक्षण प्राथमिकता हों
ओरण गोचर में देवीय नाम होने से आस्था को लेकर मारवाड़ में इसकी रक्षा हुई लेकिन अब यह स्वभाव नहीं रहा। कानून की कड़ाई से पालना जरूरी हो गई है। सरकार ओरण-गोचर का संरक्षण करें।- डा.भुवनेश जैन, शोधकत्र्ता ओरण गोचर
तहसील – ओरण- गोचर
बाड़मेर-18668.5- 43560
शिव-56309-69798.75
गडरारोड़-84832.9-507274.80
रामसर- 10075.3-48969.40
चौहटन-23639.05-55625.85
सेड़वा-7412.35-69899.85
धोरीमन्ना- 3379.1-23691.65
गुड़ामालानी-19860.55-26057.15
सिणधरी-7171.45-17648.70
बायतु-8435.5-6149.55
गिड़ा-10670.85-8404.70
पचपदरा-18951.01-57024.75
सिवाना-9656.65-11482.86
समदड़ी-12265.6-24506
योग-291327.81-970094.01
हर दिन आदेश है
प्रशासन गांवोंं के संग ही नहीं, आम दिन में भी आदेश है कि ओरण-गोचर की जमीन पर से अतिक्रमण हटाए जाएं। इसके लिए कानून बने है।- हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री
सर्वोच्च न्यायालय की ओर से जगपालसिंह बनाम स्टेट ऑफ पंजाब में निर्णय पारित कर गोचर भूमि निजी संस्थाओं/ गैर सरकारी संस्थाओं/कंपनियों को किसी प्रयोजनार्थ आवंटित नहीं करने के आदेश है।
शिथिलन यह
गोचर भूमि का क्षतिपूर्ति अर्थात गोचर के बदले अन्य भूमि गोचर घोषित कर सरकारी प्रयोजनार्थ बशतें भूमि की आवश्यकता बुनियादी ढांचा के लिए हों आवंटित की जा सकती है।
जैसलमेर में यह यह स्थिति
जैसलमेर जिले में करीब 50 हजार बीघा ओरण-गोचर भूमि है। इनमें देगराय, डेलासर, जानरा, सांखला, भादरिया, सलखा, मोकला, बेरेरी, भेलानी, आसकन्दरा प्रमुख ओरण- गोचर क्षेत्र हैं। ओरण गोचर पर अतिक्रमण की शिकायतें सैकड़ों में है।
ओरण-गोचर संरक्षण प्राथमिकता हों
ओरण गोचर में देवीय नाम होने से आस्था को लेकर मारवाड़ में इसकी रक्षा हुई लेकिन अब यह स्वभाव नहीं रहा। कानून की कड़ाई से पालना जरूरी हो गई है। सरकार ओरण-गोचर का संरक्षण करें।- डा.भुवनेश जैन, शोधकत्र्ता ओरण गोचर
तहसील – ओरण- गोचर
बाड़मेर-18668.5- 43560
शिव-56309-69798.75
गडरारोड़-84832.9-507274.80
रामसर- 10075.3-48969.40
चौहटन-23639.05-55625.85
सेड़वा-7412.35-69899.85
धोरीमन्ना- 3379.1-23691.65
गुड़ामालानी-19860.55-26057.15
सिणधरी-7171.45-17648.70
बायतु-8435.5-6149.55
गिड़ा-10670.85-8404.70
पचपदरा-18951.01-57024.75
सिवाना-9656.65-11482.86
समदड़ी-12265.6-24506
योग-291327.81-970094.01
हर दिन आदेश है
प्रशासन गांवोंं के संग ही नहीं, आम दिन में भी आदेश है कि ओरण-गोचर की जमीन पर से अतिक्रमण हटाए जाएं। इसके लिए कानून बने है।- हरीश चौधरी, राजस्व मंत्री