मायलावास.एससीएसटी एक्ट में संशोधन की मांग को लेकर गुरुवार को भारत बंद के आह्वान पर मायलावास, मोकलसर के बाजार बंद रहे। सुबह नौ बजे व्यापारी गांव के चौहटे पर एकत्रित हुए। इसके बाद वाहनों से सिवाना पहुंचे। यहां उपखण्ड अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। शाति व्यवस्था को लेकर पुलिस तैनात रही।
सिवाना. अनुजाति, अन जनजाति एक्ट में संशोधन करने की मांग को लेकर गुरुवार को देशव्यापी बन्द के आह्वान पर सिवाना कस्बा बंद रहा। कस्बा पादरू व गांवों के बाजार भी बंद रहे। सिवाना में व्यापारियों ने स्वत: प्रतिष्ठान बंद रखे। शांति व्यवस्था के लिए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात रहा। रामदेवरा मंदिर में आयोजित बैठक में सिवाना, मोकलसर के व्यापारियों, विभिन्न समाजों, संगठनों के लोगों, पदाधिकारियों ने भाग लिया। साढ़े बारह बजे सभी मौन जुलूस के रूप में रवाना हुए। मुख्य मार्गों से होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे। राष्ट्रपति के नाम उपखण्ड अधिकारी अंजुम ताहिर शमा को ज्ञापन सौंपा। इसके केंद्र सरकार की ओर से अनुसूचित जाति, अनु जनजाति एक्ट में किए गए संशोधन का विरोध किया। संशोधन को रद्द करने की मांग की। इस मौके पर सिवाना व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष झनकारमल चोपड़ा, मोकलसर अध्यक्ष पोकरराम प्रजापत, सुजाराम भाटी, जेठूसिंह वालू, भभूताराम देवासी, घनश्याम सोनी, माणकचन्द सांखला, मालमसिंह मिठौड़ा, सुरेंद्रसिंह पादरली, केसरसिंह राठौड़, गौतम शर्मा मौजूद थे।निप्र
समदड़ी.
केंद्र सरकार के एससीएसटी एक्ट में किए गए संशोधन के खिलाफ सवर्ण समाज की ओर से गुरुवार को आयोजित भारत बंद को लेकर समदड़ी बंद सफल रहा। व्यापारियों ने स्वेच्छा से प्रतिष्ठान बंद रखे। बावड़ी चौक से सभी सामाजिक संगठनों ने एक्ट के विरोध में जुलूस निकाला। इसमें बैनर व तख्तियां लिए बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। केन्द्र सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए तहसील पहुंचे। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री,मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार सुरेन्द्रसिंह खंगारोत को ज्ञापन सौंपा । इसमें एक्ट में पुन: संशोधन करने आदि की मांग की। खण्डप में एक्ट के विरोध में लोगों ने मुख्यमंत्री का पुतला जलाया। क्षेत्र के बड़े गांव अजीत, सिलोर, जेठन्तरी, मजल, करमावास आदि के बाजार बंद रहे। शांति व्यवस्था के लिए पूरे समय पुलिस के अधिकारी, जवान तैनात रहे।