सामुदायिक चिकित्सालय में चिकित्सकों के छह पद स्वीकृत हैं, लेकिन लंबे समय से दो ही चिकित्सक कार्यरत हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ व सर्जन समेत चिकित्सकों के चार पद लंबे समय से रिक्त हैं। इस पर क्षेत्र के दर्जनों गांवों से उपचार के लिए पहुंचने वाले सैकड़ों मरीजों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है।
लोग सरकार व प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत करवा चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरने की मांग कर चुके हैं लेकिन सिवाए आश्वासन के इन्हें कुछ भी नहीं मिला। दो के जिम्मे सैकड़ों मरीज
चिकित्सालय में मात्र दो चिकित्सक नियुक्त हैं। सामान्य दिनों में उपचार के लिए करीब तीन सौ मरीज पहुंचते हंै। कार्यरत चिकित्सकों में से एक के विभागीय बैठकों में भाग लेने अथवा अवकाश पर रहने से चिकित्सालय की सारी व्यवस्था ही बिगड़ जाती है।
चिकित्सालय में उपचार नहीं मिलने पर कई मरीज मजबूरी में नीम हकीमों से उपचार लेते हैं। सड़क व अन्य हादसों पर बेहतर उपचार व्यवस्था के अभाव में घायलों या प्रसव के दौरान ऑपरेशन की जरूरत पर सुविधा अभाव में प्रसूताओं को बालोतरा अथवा जोधपुर ले जाना पड़ता है। इससे इन्हें व परिजन को अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।
चिकित्सालय में उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है। एक चिकित्सक होने से मरीजों को बेहतर उपचार नहीं मिल पाता है। इससे हर दिन बड़ी संख्या में मरीज परेशानी उठाते हैं। – जाकिर हुसैन बेलिम
स्थानीय चिकित्सालय में चिकित्सा व्यवस्था बहुत ही खराब है। एक चिकित्सक पर उपचार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है। गंभीर मरीजों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है। – रामलाल वेैगड़ चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए विधानसभा में मांग की है। राजकीय चिकित्सालय में रिक्त पदों पर शीघ्र ही नियुक्ति करवा दी जाएगी। इसके लिए प्रयास जारी है।
– हमीरसिंह भायल, विधायक सिवाना