विशनसिंह खिंची कुसीप ने बताया कि सहकारिता विभाग के निर्देश पर ऋण के लिए किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन करवाया। इसके बाद एक माह गुजर जाने के बावजूद किसानों के खाते में ऋण की राशि जमा नहीं की गई है। किसान इससे अधिक परेशान है।
किसान तनसिंह ने कहा कि यह किसानों के साथ सरासर धोखा किया है। सरकार ने पूर्ण ऋण माफी भी नहीं की। किसानों ने साहूकारों से उधार लेकर खरीफ फसलों की बुवाई की। बैकों के चक्कर काट रहे हंै। अधिकारी संतोषप्रद जबाब नहीं दे रहे हैं। शीघ्र ही ऋण नहीं देने पर धरना, प्रदर्शन करेंगे। .
कुछ राशि जमा करवाई- कुसीप, गोलिया के 750 किसानों में से 550 ने ऑनलाइन पंजीयन करवाया है। कुछ किसानों के खाते में ऋण राशि जमा की गई है। लेकिन खातों में राशि नहीं बता रही है। इसके लिए उच्चाधिकारियों को अवगत करवाएंगे।
– जेठाराम चौधरी, ऋण पर्यवेक्षक सिवाना सहकारी विभाग