इसलिए जरूरी है चारदीवारी
जीएसएस के आस-पास दिनभर पशु विचरण करते हैं। पास ही जीएलआर व पशु खेळियां बनी हुई हैं, जहां पशु पानी पीने के लिए आते हैं। वहीं दूसरी ओर खुली जगह होने की वजह से बच्चे भी आस-पास खेलते रहते हैं। चारदीवारी नहीं होने से ग्रामीणों को हादसे का भय रहता है।
जीएसएस के आस-पास दिनभर पशु विचरण करते हैं। पास ही जीएलआर व पशु खेळियां बनी हुई हैं, जहां पशु पानी पीने के लिए आते हैं। वहीं दूसरी ओर खुली जगह होने की वजह से बच्चे भी आस-पास खेलते रहते हैं। चारदीवारी नहीं होने से ग्रामीणों को हादसे का भय रहता है।
कार्मिक भी परेशान
मंगले की बेरी स्थित 33 केवी जीएसएस में चारदीवारी के साथ कार्मिकों के लिए आवास की सुविधा भी नहीं है। ऐसे में कार्मिकों को अन्यत्र जाना पड़ता है। फॉल्ट या अन्य कारणों से बिजली ठप होने पर कार्मिकों को दौड़ लगानी पड़ती है। यहां से स्कूली बच्चों व ग्रामीणों की आवाजाही रहती है। साथ ही आवारा पशुधन भी विचरण करता है। ऐसे में बिना सुरक्षा उपायों के बना यह जीएसएस कहीं हादसे का सबब न बन जाए, लोगों को हर समय इसकी चिंता रहती है।
मंगले की बेरी स्थित 33 केवी जीएसएस में चारदीवारी के साथ कार्मिकों के लिए आवास की सुविधा भी नहीं है। ऐसे में कार्मिकों को अन्यत्र जाना पड़ता है। फॉल्ट या अन्य कारणों से बिजली ठप होने पर कार्मिकों को दौड़ लगानी पड़ती है। यहां से स्कूली बच्चों व ग्रामीणों की आवाजाही रहती है। साथ ही आवारा पशुधन भी विचरण करता है। ऐसे में बिना सुरक्षा उपायों के बना यह जीएसएस कहीं हादसे का सबब न बन जाए, लोगों को हर समय इसकी चिंता रहती है।
ट्रांसफार्मर की ऊंचाई कम जीएसएस की चारदीवारी नहीं होने से हरदम हादसे की आशंका रहती है। ट्रांसफार्मर भी कम ऊंचाई पर लगा हुआ है। यह लापरवाही कभी घातक सिद्ध हो सकती है।
ताजाराम गोदारा, ग्रामीण
ताजाराम गोदारा, ग्रामीण
टेंडर प्रक्रियाधीन
जीएसएस की चारदीवारी बनाने के लिए टेंडर प्रक्रियाधीन है। जल्द ही चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा। देवेंद्र कच्छवाह, सहायक अभियंता, डिस्कॉम गुड़ामालानी
जीएसएस की चारदीवारी बनाने के लिए टेंडर प्रक्रियाधीन है। जल्द ही चारदीवारी का निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा। देवेंद्र कच्छवाह, सहायक अभियंता, डिस्कॉम गुड़ामालानी