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अभिभावकों चेतो, जिम्मेदारों जागों, लाभार्थियों छोड़ो बेपरवाही

locationबाड़मेरPublished: Sep 16, 2021 12:59:22 am

Submitted by:

Dilip dave

– स्कूटी योजना में बार-बार अंतिम तिथि में संशोधन पर नहीं हो रहे आवेदन

अभिभावकों चेतो, जिम्मेदारों जागों, लाभार्थियों छोड़ो बेपरवाही

अभिभावकों चेतो, जिम्मेदारों जागों, लाभार्थियों छोड़ो बेपरवाही

बाड़मेर. सरकार बच्चियों को पैदल चलने से निजात दिलाने को तैयार है जिसके लिए आर्थिक पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं को छह सौ स्कू टी दे रही है, लेकिन अभिभावकों के आलस, संस्था प्रधानों व अन्य जिम्मेदारों की अनदेखी और योग्यताधारी बालिकाओं की बेपरवाही के चलते आवेदन ही नहीं हो रहे।
जिले में अब तक कोई आवेदन नहीं आया जबकि पूरे प्रदेश से ८९ आवेदन ही जमा हुए हैं। अब तीस सितम्बर तक अंतिम तिथि बढ़ गई लेकिन अभी भी ना अभिभावक जागरूक हुए हैं और न ही जिम्मेदार सक्रिय। आर्थिक पिछड़ा वर्ग की बारहवीं उत्तीर्ण बालिकाएं जो वर्तमान में स्नातक द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत है और बारहवीं में राजस्थान बोर्ड परीक्षा में ६५ फीसदी व केन्द्रीय बोर्ड की परीक्षा में ७५ प्रतिशत अंक है,उनको कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कू टी योजना का लाभ मिलना है। योजना के तहत प्रदेश में ६०० स्कू टी इस वर्ग की बालिकाओं को मिलनी है जबकि बाड़मेर जिले में दस स्कू टी मिलेगी।
इसके विरूद्ध प्रदेश में ८९ व जिले से अब तक एक भी आवेदन नहीं आया है। गौरतलब है कि ऑनलाइन आवेदन हो रहे हैं जिसकी तिथि आवेदन कम आने पर बढ़ाकर ३० सितम्बर की गई है।
सबकी जिम्मेदारी पर नहीं रुचि- इस योजना के प्रचार-प्रसार को लेकर आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा ने कॉलेज स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं तो माध्यमिक शिक्षा विभाग को भी प्रचार-प्रसार का जिम्मा सौंपा हुआ है। बावजूद इसके आवेदन जमा नहीं हो रहे जिसका कारण जिम्मेदारों की रुचि नहीं होना है। अभिभावक भी ध्यान नहीं दे रहे तो बालिकाएं भी जागरूक नजर नहीं आती जिस पर महत्ती योजना का लाभ नहीं मिल रहा। यह है योजना- मुख्यमंत्री ने बजट घोषणा के तहत कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कू टी योजना २०२० आरम्भ की। योजना के तहत प्रदेश के राजकीय व गैर राजकीय विद्यालयों में बारहवीं उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं को इसका निर्धारित योग्यता हेोन पर वरीयता के आधार पर फायदा मिलता है।
जिसमें से ४० फीसदी विज्ञान संकाय, पांच फीसदी विज्ञान संकाय और ५५ फीसदी कला संकाय की बालिकाएं होती हैं। पचास फीसदी स्कू टी राज्य के सरकारी विद्यालयों की बालिकाओं को तो पच्चीस फीसदी निजी व पच्चीस फीसदी केन्द्रीय विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को मिलती है। एेसे मिलेगा लाभ – प्रदेश के राजकीय व निजी विद्यालयों से बारहवीं उत्तीर्ण करने वाली आर्थिक पिछड़ा वर्ग की बालिकाएं जिनके ६५ फीसदी व इससे अधिक अंक है, वे इसके लिए आवेदन कर सकती है। वहीं, केन्द्रीय विद्यालयों से बारहवीं उत्तीर्ण करने वाली बालिकाएं ७५ फीसदी या अधिक अंक होने पर आवेदन की योग्यता रखती है। आर्थिक पिछड़ा वर्ग के लिए दस स्कू टी का प्रावधान है।
जिले में आर्थिक पिछड़ा वर्ग की बालिकाओं में से कला वर्ग में बारहवीं उत्तीर्ण करने वाली १४६ बालिकाओं में से ०३, कला वर्ग में ४९३ में से ६ व वाणिज्य वर्ग की ५५ बालिकाओं में से ०१ को स्कू टी का लाभ मिलेगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
आवेदन को लेकर नहीं रुचि- हमने जिले के सभी संस्था प्रधानों को निर्देश दिए हैं कि वे अधिक से अधिक आवेदन करें लेकिन आवेदन नहीं आ रहे। आवेदन को लेकर अभिभावकों की रुचि नजर नहीं आ रही। संस्था प्रधानों को पुन: निर्देश दिए जाते हैं कि वे योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करवा योग्यताधारी बालिकाओं को लाभान्वित करवाएं।-जेतमालसिंह राठौड़, एडीईओ माध्यमिक बाड़मेर
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