उन्होंने कहा कि बॉर्डर की विपरीत परिस्थितियों में काम करने वाले जवानों को पौधरक्षा के संकल्प को निभाना होगा। सहायक समादेष्टा दीपककुमार ने ब्राह्मणों की ढाणी पोस्ट पर लगने वाले इन पौधों के अलावा भी आने वाले मौसम में पौधे लगाकर संरक्षण की बात कही। सरपंच साता तेजदान चारण ने कहा कि बीएसएफ की पोस्ट पर पौधरोपण के कार्य में ग्राम पंचायत की ओर से भी पूरी मदद की जाएगी और ग्राम पंचायत क्षेत्र में पौधरोपण के लिए प्रेरित करेंगे। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर सभी को आगे आना चाहिए।
मरूगूंज संस्थान के संयोजक रघुवीरसिंह तामलौर ने सभी 64 बीओपी पर पौधरापेण के लिए व्यक्तियों व संस्थाओं के आगे आकर अभियान को गति देने की बात कही। इस दौरान केमिस्ट एसोसिएशन के जिला प्रतिनिधि नेतसिंह साता ने कहा कि कोरोना के दौर में केमिस्ट एसोसिएशन की ओर से पूरे क्षेत्र में गुजरात से दवाइयां मंगवाकर क्षेत्र के लोगों को वितरित की गई ताकि दवा के लिए किसी को परेशानी नहीं हों।
पौधरोपण के इस कार्य में भी केमिस्ट एसोसिएशन सीमांत पोस्ट में योगदान देगी। कार्यक्रम में सुबोध शर्मा, छगनसिंह मौजूद रहे। केमिस्ट एसोसिएशन के सचिव बद्रीप्रसाद शारदा ने बॉर्डर पर पौधरोपण के लिए संस्थान के जुड़ाव के लए आभार व्यक्त किया है।
हरयाळो राजस्थान से जुड़ेगा अभियान विश्व पर्यावरण दिवस पर सांकेतिक रूप से कार्यक्रम का आगाज राजस्थान पत्रिका की ओर से किया गया है। मानसून की बारिश के बाद इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बीएसएफ की सभी 64 बीओपी पर पौधरोपण किया जाएगा। इसमें संस्थाओं व व्यक्तियों की भागीदारी से पौधरोपण किया जाएगा। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर बॉर्डर पर यह बड़ा संदेश होगा।