डरा-सहमे पुजारी ने मारपीट से आई चोटों की तस्वीरे सोश्यल मीडिया पर वायरल की तो पुलिस कर्मियों ने हर दिन मंदिर जाकर पुजारी को धमका रहे है, ताकि पूरा घटनाक्रम दब जाएं। पुलिस कर्मियों ने पुजारी को इतना बर्बरता से पीटा कि घटनाक्रम को एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी पुजारी ठीक से बैठ भी नहीं पा रहा है।
पुजारी मारपीट में आई चोटों के दर्द से कराह रहा है, लेकिन पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीज रहा है और उन्होंने उसे उपचार के लिए भी नहीं जाने दिया। पुलिस ने इसके बाद श्रवणसिंह को शांतिभंग के आरोप गिरफ्तार कर पांबद करवाया था।
यह था मामला- लुदराड़ा पहाड़ेश्वर मंदिर के महंत नारायणगिरी महाराज लॉकडाउन के कारण उत्तरप्रदेश में अटके हुए है। मंदिर में कोई साधु-संत आए हुए थे। एक साधु को वायरल बुखार आया आया तो साधु को बाईक से अस्पताल ले जाने लगे तो बाईक में पेट्रोल नहीं था।
इस पर पुजारी मृदुल दुबे पैदल लुदराड़ा पेट्रोल लेने गए। पेट्रोल लेकर पैदल वापस लौट रहा था। इस बीच, गांव लुदराड़ा निवासी श्रवणसिंह बालावत आया तथा पुजारी को बाइक पर बिठा मंदिर छोड़ दिया। इसके बाद श्रवणसिंह ने गांव में उत्पात मचाया तो मोकलसर पुलिस चौकी प्रभारी गोविंदराम व चौकी के पुलिसकर्मी श्रवणसिंह की तलाश में पहाड़ेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे तथा पुजारी के साथ मारपीट कर अंडरवियर-बनियान में ही गाड़ी में बैठाया एवं श्रवणसिंह की तलाश में काफी देर गांव व अन्य स्थानों पर इधर-उधर घुमाया।
पुजारी ने श्रवणसिंह के बारे में जानकारी नहीं होने की बात पुलिस को कई बार बताई, लेकिन पुलिसकर्मी मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पुलिस पुजारी को लेकर वापस मंदिर पहुंची तथा उसके साथ बेरहमी से मारपीट कर चली गई।
पत्रिका ने की पड़ताल तो सामने आया पूरा मामला- सोश्यल मीडिया पर मारपीट की तस्वीरें वायरल हुई, फिर भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों नजर अंदाज कर दिया। वायरल तस्वीरें जब राजस्थान पत्रिका संवाददाता के पास पहुंचे तो इन तस्वीरों की पड़ताल की गई तो यह एक सप्ताह पहले लुदराड़ा के पहाड़ेश्वर महादेव मंदिर पुजारी के साथ मारपीट के घटनाक्रम की थी।
व्यू- पुजारी के साथ मारपीट का मामला मेरे ध्यान में नहीं है और न ही मैंने सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरें देखी। मैं पूरे मामला का पता करवाता हूं। इसके बाद जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
– नरपतसिंह भाटी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा