पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र मंे रहने वाले हिन्दुआें की संख्या अल्पसंख्यक है। थार एक्सप्रेस से आने वाले कई तो स्थाईवास पर भारत ही रहने लगे है। बाड़मेर और जोधपुर में इनकी संख्या अधिक है। दरअसल पाकिस्तान से आए इन लोगों का आरोप है कि अमरकोट में इन्हें धर्म परिवर्तन को मजबूर किया जाता रहा है। लेकिन इधर इन दिनों अमरकोट में एक ताजा घटना सामने आई है। पाकिस्तान के अमर कोट में अल्पसंख्यकों के अग्नि संस्कार पर एेतराज कर दबाव बनाया गया कि इनको दफनाया जाए। इस पर अमरकोट, छोर,छाछरों क्षेत्र के कई लोगों ने रैली निकालकर भी विरोध जताते हुए मदद की मांग की है।
अस्थियां लाते हैं हरिद्वार- पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं की संस्कार को लेकर मान्यता कम नहीं हुई है। थार एक्सप्रेस शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में पाकिस्तान से लोग हरिद्वार आए है और यहां अस्थियों का विसर्जन किया है। पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक हिंदु संस्कारों को लेकर भी वे पूरी मान्यताओं को निभाने लगे है लेकिन जो लोग भयभीत हो रहे है वे पाकिस्तानी रहन-सहन में ढलने लगे है।
बढ़ रहे हैं विस्थापित- गौरतलब है कि पाकिस्तान में बढ़ रहे अत्याचार के कारण लगातार लोग भारत आ रहे है। 281 लोग थार एक्सप्रेस से बाड़मेर में आकर बसे हैं। इसके अलावा जोधपुर व गुजरात में भी पाकिस्तान से आए लोगों ने स्थाईवास पर रहना शुरू कर दिया है। इससे यहां विस्थापितो ंकी संख्या बढऩे लगी है।