रिफाइनरी के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने राज्य सरकार को शिलान्यास की तारीख दे दी है। तेल कम्पनी के सूत्रों के मुताबिक मकर संक्रांति के दिन दोपहर 12 बजे मोदी रिफाइनरी का पहला पत्थर रखेंगे। हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और राजस्थान सरकार की संयुक्त परियोजना के तहत बाड़मेर के पचपदरा में 4500 एकड़ जमीन पर रिफाइनरी कम पेट्रो कैमिकल्स का निर्माण किया जा रहा है। परियोजना में एचपीसीएल की हिस्सेदारी 74 फीसदी और राजस्थान सरकार की 26 फीसदी है। प्रधानमंत्री से ही शिलान्यास की अटकलें लम्बे समय से चल रही थी।
रिफाइनरी कमपेट्रो कैमिकल कॉम्पलेक्स 2021 में बन कर तैयार हो जाएगा। इस पर 43 हजार करोड़ का खर्चा आएगा। गौरतलब है कि पूर्ववर्ती सरकार में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सितम्बर 2013 में रिफाइनरी का शिलान्यास किया था, लेकिन तब विधानसभा चुनावों की आचार संहिता लगने के कारण काम शुरू नहीं हुआ। इसके बाद सत्ता में आई भाजपा सरकार ने पुराना एमओयू रद्द कर दिया था, इसके बाद शह-मात का खेल रिफाइनरी को लेकर चलता रहा। विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। अब फिर इस वर्ष सरकार ने रिफाइनरी का दबा जिन्न बाहर निकाला। लागत कम बताई गई। नया एमओयू हुआ। प्रधानमंत्री से ही शिलान्यास की अटकलें लम्बे समय से चल रही थी। अब इस पर कुछ विराम लगा है हालांकि पूरी स्थिति तो 14 जनवरी तक ही साफ हो पाएगी लेकिन इतना कह सकते हैं कि कुछ उम्मीद जगी है।