सब मिलकर करें प्रयास तो निकलेगा समाधान बढ़ती आत्महत्याएं समाज के लिए चिंतनीय विषय है। इसको रोकने के लिए जन प्रतिनिधियों के साथ हर व्यक्ति एक दूसरे का सहयोग करे। किसी भी समस्या का हल आत्महत्या नहीं है ये बात हर किसी को समझानी होगी। इसके लिए स्कूल, कॉलेज, ग्राम पंचायत सहित सामाजिक बैठकों में इस मुददे पर चर्चा की जानी चाहिए। प्रत्येक कार्यकर्ता को भी प्रेरित किया जाएगा कि जहां भी जाए इस मुददे पर बात करंे। कोई समस्या हो तो अपने परिचित को बताएं ताकि इसका मिलकर हल निकाले। ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान नहीं हो। समस्या पार्ट ऑफ लाइफ है लेकिन समाधान आर्ट ऑफ लाइफ है। इसलिए हर समस्या का डटकर मुकाबला करेे। जीवन में सफलता मिलेगी।
मेवाराम जैन, विधायक, बाड़मेर मन की बात अपनों को बताएं स्कूल, कॉलेज, हॉस्टल सहित अन्य स्थानों पर आत्महत्याओं को रोकने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। पंचायत समिति व ग्राम पंचायतों में इसके लिए कार्यक्रम हो। जन जागरूकता कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए तैयार हैं। जब तक बच्चे पढ़ाई करते हैं उनको फोन नहीं दें। युवा पीढ़ी अपनी कोई समस्या या मन की बात अपनों को बताए। आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है। संयम और धैर्य से काम करें।
प्रियंका मेघवाल, जिला प्रमुख, बाड़मेर आत्म मजबूती जरूरी लोगों का आत्मबल कम होता जा रहा है। ऐसे में आत्महत्या जैसे गलत कदम उठा रहे हैं। मनुष्य अपने आप को मजबूत करे। ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान नहीं हो। इसके लिए आत्म मजबूती जरूरी है। जन प्रतिनिधि व कार्यकर्ता इसको लेकर आमजन को जागरूक करने का प्रयास करेंगे। साथ में विभिन्न समाजों व संगठनों से भी इसमें सहयोग के प्रयास किए जाएंगे।
पुष्पा चौधरी, प्रधान, बाड़मेर पंचायत समिति मनुष्य जीवन अनमोल मनुष्य का जीवन अनमोल है। आहत होकर इसे नहीं गंवाना चाहिए। वर्तमान पीढ़ी को संस्कारों के प्रति जागरूक करें। उनकी बातों को सुनें। परिवार के सदस्य उनके लिए भी समय निकाल कर बात करें।
जनप्रतिनिधि प्रत्येक व्यक्ति की बात को सुनकर उसका समाधान करेंगे। इसके लिए किसी प्रकार की झिझक नहीं रखें। उनसे फोन पर या मिलकर बात करें। किसी की समस्या को सुनकर समाधान किया जा सकता है। बैठकों में इस बात के लिए प्रेरित करेंगे।
-फतेह खान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रत्येक समस्या का है हल जनप्रतिनिधियों के साथ पार्टी के कार्यकर्ता भी जहां बैठकों में जाए वहां पर लोगों को प्रेरित करें। उनको बताएं कि आत्महत्या की रोकथाम कैसे की जा सकती है। प्रत्येक समस्या का हल निकलता है। प्रत्येक परिवार का सदस्य एक दूसरे का सहयोग करे। बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखना जरूरी है। विशेषकर मोबाइल को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है। किसी को कोई समस्या हो तो जनप्रतिनिधि भी इसको दूर करने का प्रयास में हमेशा सहयोग करेंगे।
दिलीप पालीवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष