लोगा मदद के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन प्रशासन से कोई भी उनकी सहायता को नहीं पहुंचा। शहर में दोपहर को तेज मूसलाधार पानी बरसा। करीब ढाई घंटे तक चले बरसात के दौर से सड़कें पानी से लबालब हो गई।
निकासी नहीं होने से घंटों बाद तक भी हालात नहीं सुधरे। सभी प्रमुख सड़कों पर करीब दो से तीन फीट तक पानी बहता रहा। इससे वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया। वहीं राहगीर तो निकल भी नहीं पाए।
सड़कों के गड्ढ़े बन गए परेशानी बारिश के बहते पानी के कारण सड़कों के गड्ढ़े नजर नहीं आने के कारण कई वाहन चालक चोटिल हो गए। प्रशासन ने बरसात से पहले गड्ढों को नहीं भरवाया, लेकिन शुक्रवार को कुछ स्थानों पर गड्ढों को जरूर भरवाया गया।
लेकिन दोपहर में हुई बरसात से गड्ढों में भरी मिट्टी बह गई। जिससे लोगों को अधिक परेशानी हुई। सिणधरी रोड बन गई दरिया शहर की सिणधरी रोड के हालात सबसे अधिक खराब है। सड़क पर लम्बे समय से गड्ढे हैं, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। एक दिन पहले हुई बरसात का पानी सड़क के दोनों तरफ बह ही रहा था कि शुक्रवार को फिर मूसलाधार हो गई।
जिससे सड़क दरिया बन गई। सिणधरी सर्किल से लेकर रीको क्षेत्र के जीएसएस तक का मार्ग पूरा डूबा नजर आया। यहां से वाहन चालकों का निकलना तक मुश्किल हो रहा था। राहगीर तो भूलकर भी इस मार्ग पर नहीं आए।
घरों में घुसा पानी शहर के बलदेव नगर व रामनगर में बारिश का पानी घरों में घुस गया। कुछ स्थानों पर लोग सामान को सुरक्षित ले जाने में लगे रहे। कुछ लोग घर के आगे रेत डाल रहे थे। जिससे पानी को रोका जा सके। शहर की गायत्री कॉलोनी के घरों में भी पानी भर गया। शास्त्री नगर व गांधी नगर इलाके भी पानी से भरे रहे।
रात बिताना हुआ मुश्किल घर में दो से तीन फीट तक पानी के कारण कई परिवार के लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो गया। लोगों ने बताया कि एक तरफ तो बारिश चल रही है दूसरी तरफ घरों में पानी जमा हो गया है। अब रात कैसे बिताएंगे। प्रशासन की ओर से कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं।
घरों में जमा पानी घर मेें पानी जमा हो गया है। दो से तीन फीट पानी में बच्चों के लिए परेशानी है। ये पानी कई दिनों तक नहीं सूखेगा। सुआ देवी सामान बह गया
घर में पानी भर गया। खाने पीने के साथ कपड़े व सामान बह कर चला गया। हर वर्ष पानी भराव की समस्या है लेकिन समाधान नहीं हो रहा है। किशनलाल खेतों में भरा पानी
चौहटन. कस्बे में बरसात का सिलसिला दिनभर रुक-रुक कर चलता रहा। चौहटन से लेकर बाड़मेर तक के सभी गांवों में खेतों में पानी का भराव हो गया। सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई। रपट पर पानी चलने से वाहनों का निकलना मुश्किल हुआ।
वैर माता थान से निकलने वाली बरसाती नदी में पानी का बहाव तेज रहा। जसाई के पास रपट पर पानी चला। चौहटन में 48 मिमी बरसात दर्ज की गई। कहां कितनी बारिश– तहसील शुक्रवार शाम 5 बजे तक
बाड़मेर 64.2 चौहटन 48 बालोतरा 20 सेड़वा 18 सिणधरी 22 रासमर 15 समदड़ी 18 धोरीमन्ना 04 पचपदरा 09