गणेश चतुर्थी का पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। इसी दिन से गणपति महोत्सव का भी शुभारंभ होगा। बुधवार को गणपति का वार माने जाने के कारण इस दिन शहर में गणेश प्रतिमाओं का घर लाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। शहर के अहिंसा सर्किल सहित कई स्थानों से गणपति की प्रतिमाओं को लोग घर लेकर आए। गणेश चतुर्थी पर भी सुबह श्रद्धालु गणपति को घर लाएंगे।
शहर में सजे पांडाल
गणेश चतुर्थी से गणपति महोत्सव का प्रांरभ होगा। शहर में जगह-जगह महोत्सव को लेकर तैयारी शुरू हो गई। कई स्थानों पर पांडाल सजाए गए हैं। दस दिन चलने वाले महोत्सव का समापन 23 सितम्बर को किया जाएगा। कई लोग श्रद्धानुसार 1, 5 व 7 दिन तक गणपति की आराधना के बाद प्रतिमा का विसर्जन करते हैं।
गणेश चतुर्थी से गणपति महोत्सव का प्रांरभ होगा। शहर में जगह-जगह महोत्सव को लेकर तैयारी शुरू हो गई। कई स्थानों पर पांडाल सजाए गए हैं। दस दिन चलने वाले महोत्सव का समापन 23 सितम्बर को किया जाएगा। कई लोग श्रद्धानुसार 1, 5 व 7 दिन तक गणपति की आराधना के बाद प्रतिमा का विसर्जन करते हैं।
गणपति पूजन का श्रेष्ठ समय
वैसे तो गणपति की स्थापना अपने आप में श्रेष्ठ कार्य है। सुबह 11.08 से दोपहर 1.34 बजे तक गणपति पूजन और प्रतिमा स्थापना का समय श्रेष्ठ माना गया है।
वैसे तो गणपति की स्थापना अपने आप में श्रेष्ठ कार्य है। सुबह 11.08 से दोपहर 1.34 बजे तक गणपति पूजन और प्रतिमा स्थापना का समय श्रेष्ठ माना गया है।