उसके दोनों पैरों के हड्डियां, एक हाथ तोड़कर पैरों में पेचकस से हॉल कर के अधमरी हालात में मरा समझकर घर से दूर परेऊ सड़क पर पटक के चले गए। घटना के बाद लोगों ने परिजनों को सूचना देकर निजी वाहन के गंभीर हालत में परेऊ हॉस्पिटल लाया गया, जहां से बालोतरा रैफर किया । वहां से रात्रि के समय गंभीर हालात को देखते हुए जोधपुर रैफर किया।
इसने प्रशासन गांवो के संग शिविर में हफ्तेभर पहले अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र की कूंपलिया व चिमाणियो की ढाणी ग्राम पंचायत में घोटाले का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की थी। गिड़ा क्षेत्र के परेऊ व कूंपलिया में जगह-जगह चले रहे अवैध शराब पर पाबंदी की भी मांग की थी।
पूर्व में परेऊ हॉस्पिटल में सरकार की तरफ से मिलने वाली नि:शुल्क दवाओं व जांच जो लेकर आरटीआइ लगवाइ थी, जिसको लेकर हॉस्पिटल के तत्कालीन डॉक्टर व अमर गोदारा के साथ मारपीट हुई थी। जिसकी भी जांच चल रही है।
जग्गुराम पूनिया वृताधिकारी बायतु