scriptकबाड़ हो रही ई-मित्र प्लस मशीन | Rate-rate stumbles forced rural to eat | Patrika News
बाड़मेर

कबाड़ हो रही ई-मित्र प्लस मशीन

दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर ग्रामीण

बाड़मेरJun 09, 2019 / 12:31 pm

Ratan Singh Dave

Rate-rate stumbles forced rural to eat

Rate-rate stumbles forced rural to eat

रामसर . सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से ग्रामीणों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर सरकारी कार्यालयों समेत कई स्थानों पर ई-मित्र प्लस मशीन लगाई गई, ताकि एक ही छत के नीचे ग्रामीणों को तमाम सुविधाएं मिल सके। साथ ही ग्रामीणों को सभी प्रकार के सरकारी दस्तावेजों की प्रिंट निकालने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़े, लेकिन नियमित रख-रखाव नहीं होने के कारण ये मशीनें अब कबाड़ में तब्दील हो रही हैं।
दरअसल, रामसर उपखंड क्षेत्र के कई कार्यालयों में ई-मित्र प्लस मशीन लगाई गई, लेकिन उपयोग नहीं होने से मशीनें कबाड़ हो रही है। किसी भी कार्यालय में इस मशीन का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा। इससे ग्रामीणों को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
यहां मशीन हो रही कबाड़

रामसर क्षेत्र के तहसील कार्यालय में 2 ई-मित्र प्लस मशीन लगाई गई। फिलहाल दोनों ही मशीन बंद पड़ी है। एक मशीन एसडीएम कार्यालय में रखी हुई है, जहां काम नहीं हो रहा। जलदाय विभाग में रखी मशीन भी बंद है। पंचायत समिति में लगाई गई मशीन भी काम नहीं कर रही। ऐसे में ग्रामीणों को ई-मित्र संचालकों के पास जाकर काम करवाने पड़ रहे है।
यह होते हैं काम

ई-मित्र प्लस मशीनों पर राशन कार्ड, आधार कार्ड, जाति प्रमाण-पत्र, खेत की नकल, भामाशाह, मूल निवास प्रमाण-पत्र, अल्पसंख्यक प्रमाण-पत्र, पानी-बिजली के बिल भरना, विकलांग प्रमाण-पत्र के प्रिंट निकालना एवं राज संपर्क पोर्टल पर किसी भी विभाग के विरुद्ध शिकायत करने की सुविधा मिलती है, लेकिन मशीन नाकारा होने से ग्रामीणों को फायदा नहीं मिल रहा।
ग्रामीण नहीं कर रहे उपयोग

क्षेत्र में करीब 25 से ज्यादा ई-मित्र प्लस मशीनें लगी हुई है। उसमें से 20 से ज्यादा मशीनें प्रारंभ करवाई गई। यदि कोई मशीन खराब है तो उसे ठीक करवा देंगे। ग्रामीण इन मशीनों का उपयोग नहीं ले रहे हैं।
– धूड़ाराम, सूचना सहायक, ब्लॉक रामसर

Home / Barmer / कबाड़ हो रही ई-मित्र प्लस मशीन

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो