scriptशीश उठाए दस रावण….. भीतर बैठा राम जगे | Ravana raised his head..... Ram sitting inside woke up | Patrika News

शीश उठाए दस रावण….. भीतर बैठा राम जगे

locationबाड़मेरPublished: Oct 15, 2021 11:57:07 am

Submitted by:

Ratan Singh Dave

-10 बुराइयों की जिले में बन रही लंका- लाखों परिवार इस आग में प्रतिदिन जल रहे

शीश उठाए दस रावण..... भीतर बैठा राम जगे

शीश उठाए दस रावण….. भीतर बैठा राम जगे

शीश उठाए दस रावण….. भीतर बैठा राम जगे
बाड़मेर पत्रिका….हर दशहरे पर दशानन यानि दस सिर वाले रावण का दहन। दस शीश मतलब बुराइयां। बाड़मेर जिले में भी ऐसी दस बुराइयां है जिनका अंत होना जरूरी है। समाज की शांति, कानून व्यवस्था और विकास में ये बाधक बन रही है। अपराध का जहर उगल रही यह दस बुराइयां हजारों परिवारों को प्रभावित कर रही है।
1. सामूहिक आत्महत्या:
जिले में हर हफ्ते-पंद्रह दिन में एक न एक सामूहिक आत्महत्या का मामला सामने आ रहा है। बच्चों को साथ लेकर विवाहिताएं खुदकुशी कर रही है। मोबाइल के जरिए फैल रहे अपराध का यह नतीजा समाज के लिए घातक बना है।
अंत कैसे हों- सामाजिक ताने-बाने और पारीवारिक रिश्तों को मजबूत किया जाए
2. बलात्कार:
जिले में बलात्कार की घटनाओं का आलम तो यह है कि बीते दिनों शिव तहसील में एक पुलिसकर्मी ने दलित महिला के घर में घुसकर बलात्कार किया। नाबालिग के साथ बलात्कार की वारदातें शर्मसार करती है।
रुके कैसे-अपराधियों को कठोर से कठोर दंड और तुरंत कार्यवाही
3. स्मैक/ नशा:
स्मैक, अफीम, डोडा-पोस्त की तस्करी ने जिले की युवा पीढ़ी को पथभ्रष्ट कर दिया है। जिले में लाखों युवा इसकी गिरफ्त में आकर परिवार व खुद को तोड़ रहे है।
कौन ध्यान दें- सबसे पहले परिवार, फिर गांव-मौहल्ला और दोस्त इनको तुरंत सार्वजनिक कर नशे को बीमारी मानते हुए तत्काल छुड़वाएं
4. गैंगवार/ हथियार
आर्थिक उन्नति ने जिले में अपराध बढ़ा दिया है। तेल,बजरी और अनरू मामलों में गैंग तैयार हो गई है। अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने हथियार थाम लिए है, यह जिले की कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन चुके है।
कौन जिम्मेदार- राजनीतिक संरक्षण और पुलिस की सांठगांठ
5. अराष्ट्रीय गतिविधियां
जिला पश्चिमी सीमा पर है। यहां पंजाब से हेरोइन के तार जुड़े हुए है और तारबंदी पार करने का दुस्साहस भी हो रहा है। अंतरर्राष्ट्रीय तस्कर सक्रिय हो रहे है, जो देश के लिए खतरा है।
कौन रोके- बीएसएफ, इंटलीजेंस एजेंसियां ज्यादा सक्रिय हों और नागरिक जागरूक
6. भ्रष्टाचार
जिले में भ्रष्टाचार की एक दर्जन के करीब कार्रवाई हाल ही में हुई है जिसमें अधिकारी-कार्मिक रंगे हाथों पकड़े गए है लेकिन भ्रष्टाचार थम नहीं रहा है। विभागों में बिना रुपया दिए काम नहीं हो रहा है।
कौन करे कार्रवाई- एसीबी और सख्त हों, विभागीय अधिकारी, आम नागरिक जागरुक हों
7. अवैध खनन
जिले में लूणी नदी में बजरी, क्रेसर के पास पत्थर खनन और भूमाफिया की ओर से अवैध खनन लगातार बढ़ रहा है। अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों ने इसमें कदम रख दिया है।
कौन रोके- खनन विभाग, राजनीतिक संरक्षण बंद हों और पुलिस कार्यवाही करे
8. साइबर क्राइम
साइबर क्राइम के जरिए अब ब्लैकमेल की गतिविधियां बढ़ रही है। साथ ही महिलाओं को परेशान करने, बैंक से रुपए निकालने और ठगी की घटनाओं ने आम आदमी को परेशान किया है।
कैसे रुकेगा- पुलिस की साइबर सेल और आम आदमी में जागरुकता
9. अतिक्रमण
जिले में 4000 के करीब अतिक्रमण की शिकायतें है। ओरण गोचर पर 1500 अतिक्रमण है। अतिक्रमियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से बेसकीमती सरकारी जमीन हड़पी जा रही है।
कौन जिम्मेदार- जिला प्रशासन
10. महिला अशिक्षा
जिले में अभी भी साक्षरता दर कमजोर है। बालिकाओं को पढ़ाया नहीं जा रहा है। राजनीति में महिलाओं के लिए आरक्षण तो है लेकिन पुरुष ही इस कार्य को कर रहे है। महिला अत्याचार भी इसी कारण अधिक है।
कैसे हों सुधार- शिक्षा से जुड़ाव
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो