रोजाना 50 किमी से अधिक का सफर
मनीषा अपने गांव से रोजाना बाड़मेर तक करीब 50 किमी से अधिक का सफर तय करती है। वह बताती है कि पहले कुछ परेशानी होती थी, अब साथी छात्राओं के कारण कोई दिक्कत नहीं है। उनके साथ बीएड करने वाली छात्राएं जरूरत पर उनकी मदद करती हैं।