जिले में पर्याप्त बारिश के अभाव में वन विभाग की भी नींद उड़ गईहै। वन विभाग की वृक्ष कुुंज, नगर वन, कैम्पा, जलवायु परिवर्तन मरू प्रसार रोक योजना में इस वर्ष 756 हैक्टेयर में पौधरोपण किया जाना प्रस्तावित है। इसमें खेजड़ी, शीशम, नीम, रोयड़ा, कुंभट, झाल आदि के 4 लाख 32 हजार पौधे लगाए जाने हैं। कम वर्षा के चलते विभाग इन योजनाओं में 450 हैक्टेयर में ही पौधरोपण कर 2.50 लाख पौधे लगा पाया है।
306 हैक्टयर में आज भी पौधे लगाए जाने हैं। विभाग के लक्ष्य के अनुरूप अब तक जिले में 60 फीसदी ही पौधरोपण हुआ है। एक पखवाड़ा में अच्छी होने पर पौधरोपण करना संभव होगा। इस समयावधि में बारिश नहीं होने पर विभाग स्वयं के स्तर पर पानी का प्रबंध कर शेष लक्ष्य की पूर्ति करने में जुटेगा।
कमजोर बारिश से लक्ष्य प्रभावित- जिले में कमजोर वर्षा से पौधरोपण कार्य प्रभावित हुआ है। वर्षा वाले स्थानों पर ही पौधरोपण किया है। अब तक लक्ष्य से 60 फीसदी पौधरोपण किया है। वर्षा के अभाव में इसे बंद किया गया। एक पखवाड़ा में अच्छी बारिश नहीं होने पर विभागीय स्तर पर पानी का प्रबंध कर शेष रहे भाग में पौधरोपण करेंगे।
-विक्रम केसरी प्रधान, उपवन संरक्षक वन विभाग बाड़मेर
-विक्रम केसरी प्रधान, उपवन संरक्षक वन विभाग बाड़मेर
और इधर… पौधरोपण किया सिवाना. राजस्थान पत्रिका के हरियाळो राजस्थान कार्यक्रम तहत मंगलवार को कस्बे के छोटी हिंगलाज माता मन्दिर राप्रावि में पौधरोपण हुआ। विद्यालय विकास समिति अध्यक्ष गुलाबसिंह भायल ने पौधों के महत्व के बारे में जानकारी दी।
छात्रों से पौधे लगाने व सार संभाल करने की अपील की। उपाध्यक्ष चेनपुरी गोस्वामी आदि प्रबुद्धजनों ने पौधे लगाने के साथ इनकी देखभाल करने का संकल्प लिया। संस्था प्रधान नागसिंह चौहान ने आभार ज्ञापित किया।