शिव क्षेत्र की गिरल में राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) माइंस से गत साल 2 लाख 76 हजार टन कोयले का उत्पादन हुआ है। कोयले से सरकार को करीब 45 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है, लेकिन गांव के विकास के लिए विभाग ने सीएसआर फण्ड से एक रुपया भी स्वीकृत नहीं किया है। ऐसी स्थिति में ग्रामीण सड़क, पानी जैसी सुविधाएं नहीं मिलने से परेशानी का दंश भुगत रहे है। गिरल गांव को जोडऩे वाली मुख्य सड़क मार्ग भाडण्खा से आकली व थुम्बली तक पूरी क्षतिग्रस्त है। यहां दिनभर कोयले के भारी वाहनों का आवागमन रहता है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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यह गांव की मुख्य समस्याएं
– पेयजल, सड़क, चिकित्सा के साथ मूलभूत सुविधाओं का अभाव – स्थानीय लोगों को रोजगार भी मुहैया नहीं हो रहा
– भाण्डखा से थूंबली व थुंबली से आकली को जानी वाली ग्रामीण सड़क मार्ग पर वाहन चलने से क्षतिग्रस्त सड़क
– पेयजल, सड़क, चिकित्सा के साथ मूलभूत सुविधाओं का अभाव – स्थानीय लोगों को रोजगार भी मुहैया नहीं हो रहा
– भाण्डखा से थूंबली व थुंबली से आकली को जानी वाली ग्रामीण सड़क मार्ग पर वाहन चलने से क्षतिग्रस्त सड़क
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– इस सड़क मार्ग का निर्माण पीडब्ल्यूडी की स्टेड स्कीम के तहत हुआ था। जो वर्तमान में विभाग की वरीयता में नहीं है। आरएसएमएमएल भी सीआरएस फंड से कार्य करवा सकता है।- मनीष माथुर, अधिशाषी अभियंता खंड- शिव
– लिग्नाइट क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए सीआरएस फंड से कार्य होना चाहिए। इसको लेकर आरएसएमएम के साथ राज्य सरकार को अवगत करवाया जायेगा।- महेंद्र कुमार जाणी प्रधान पं.स. शिव
– इस सड़क मार्ग का निर्माण पीडब्ल्यूडी की स्टेड स्कीम के तहत हुआ था। जो वर्तमान में विभाग की वरीयता में नहीं है। आरएसएमएमएल भी सीआरएस फंड से कार्य करवा सकता है।- मनीष माथुर, अधिशाषी अभियंता खंड- शिव
– लिग्नाइट क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के लिए सीआरएस फंड से कार्य होना चाहिए। इसको लेकर आरएसएमएम के साथ राज्य सरकार को अवगत करवाया जायेगा।- महेंद्र कुमार जाणी प्रधान पं.स. शिव
– आकली-थुंबली सड़क मार्ग के साथ क्षेत्र के कई सड़क मार्गो की खस्ताहाल है।इन सड़क मार्गो पर प्रतिदिन भारी वाहनों की आवाजाही रहती है।- ईश्वरसिंह राठौड़,पंचायत समिति सदस्य शिव – प्रस्ताव खूब भेजे है
सड़क कार्य करवाने के लिए विभाग ने कई बार प्रस्ताव भेजे है, लेकिन बजट अधिक होने पर सड़क की स्वीकृति नहीं मिली है। अब डीएमएफडी के तहत सड़क का निर्माण होग।- एसी शर्मा, माइनिंग हैड, आरएसएमएमएल
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सड़क कार्य करवाने के लिए विभाग ने कई बार प्रस्ताव भेजे है, लेकिन बजट अधिक होने पर सड़क की स्वीकृति नहीं मिली है। अब डीएमएफडी के तहत सड़क का निर्माण होग।- एसी शर्मा, माइनिंग हैड, आरएसएमएमएल
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