इस सड़क पर दिनभर में दर्जनों बसों का संचालन होता है। सीमावर्ती क्षेत्र को गुजरात से जोडऩे का सबसे निकटतम मार्ग है। कच्छ रण के भीतरी रास्ते से बाखासर के बावरवाला से मावासरी जाने वाली सड़क को जोडऩे के लिए भी यही एकमात्र सड़क है। बाखासर से बावरवाला तक 20 किलोमीटर की यह सड़क अब कहीं भी साबूत नहीं बची है।
बावरवाला के केसाराम कोली ने का कहना है कि यहां रोडवेज की बसें तो चलती नहीं, अब निजी बस संचालक भी कम ही रुचि लेने लगे हैं। कुछ बसें जो चल रही है अपनी मर्जी का किराया वसूल रहे हैं। बाखासर के रतनसिंह बाखासर का कहना है कि यह इलाका खरड़ का इलाका है।
बारिश के मौसम में बिना सड़क के कहीं भी चल पाना मुश्किल भरा है। बीते वर्ष अतिवृष्टि के दौरान हजारों पशुओं के साथ 120 पशुपालक कच्छ रण में फंस गए थे। बचाव ऑपरेशन के दौरान भी इस मार्ग से नहीं चल पाने के कारण बीकेडी के रास्ते बेवजह लंबी दूरी का चक्कर काटना पड़ा था।
और इधर… योग्य खिलाड़ी के चयन की मांग बाड़मेर. सिवाना तहसील के खेतेश्वर आदर्श उमावि मायलावास के दल प्रभारी हितेन्द्रसिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक व जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंप कर ६३वीं जिला स्तरीय सॉफ्ट बॉल में खिलाड़ी के चयन की मांग की। ज्ञापन में बताया कि १ से ४ सितम्बर को गडरारोड में आयोजित प्रतियोगिता में चयन कमेटी की ओर से सही निर्णय नहीं होने के कारण खिलाडी सुभाष का चयन नहीं हुआ।
उक्त खिलाड़ी ने पूर्व में ३ बार श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होने कमेटी की ओर से दिए गए निर्णय की जांच करवाने व १३ से १८ सितम्बर को हिन्डौन सिटी करौली में होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खिलाड़ी के चयन की मांग की ।