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पाइप लाइन दुरुस्त नहीं की तो ग्रामीणों ने रोका एमपीटी जाने वाला रास्ता,जानिए पूरी खबर

locationबाड़मेरPublished: Jan 04, 2018 08:44:58 am

-डऊकियों की ढाणी के ग्रामीणों ने किया विरोध-प्रदर्शन
-निर्माण कार्य के दौरान कंपनी ने तोड़ दी थी पेयजल लाइन

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Road to MPT stopped by villagers when not pipeline repair

बायतु. मंगला प्रोसेसिंग टर्मिनल के पास डऊकियों की ढाणी में निर्माण कार्यों के दौरान क्षतिग्रस्त हुई पाइप लाइन की मरम्मत की मांग को लेकर बुधवार को ग्रामीण भड़क उठे। आक्रोशित ग्रामीणों ने एमपीटी नागाणा जाने वाला मार्ग जाम कर दिया। जमकर हुए हंगामे के बीच नागाणा पुलिस मौके पर पहुंची तथा कंपनी के अधिकारी भी मौके पर बुलाए गए। 5 दिनों में समस्या के समाधान का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण रास्ता खोलने पर राजी हुई।
क्षेत्र के कवास स्थित जीरो प्वाइंट से एमपीटी नागाणा जाने वाली सड़क के पास स्थित डऊकियों की ढाणी के समीप जलदाय विभाग की पेयजल पाइप लाइन को केयर्न की ओर से निर्माण कार्यों के दौरान क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इस पाइप लाइन की मरम्मत की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को विरोध-प्रदर्शन किया। दोपहर में एमपीटी जाने वाला रास्ता जाम करवा दिया था। मौके पर नागाणा पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने अपनी समस्या पुलिस के सामने रखी। साथ ही कंपनी के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। इसके बाद वेदांता कंपनी के दो अधिकारी मौके पर पहुंचे।
2 घंटे चली जद्दोजहद
अधिकारियों ने पांच दिनों के अंदर समस्या का समाधान करने का ठोस आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर ग्रामीण माने तथा करीब दो घंटे की जद्दोजहद के बाद जाम हटवाकर एमपीटी जाने का रास्ता बहाल किया।
2 दर्जन ढाणियों में पेयजल संकट
कंपनी की ओर से निर्माण कार्यों के दौरान पेयजल पाइप लाइन क्षतिग्रस्त कर दी गई, लेकिन लम्बे समय से इसे दुरुस्त नहीं किया जा रहा। इस कारण दो दर्जन से ज्यादा ढाणियों में लम्बे से समय से पेयजल संकट है। इस कारण बुधवार को ग्रामीण आक्रोशित हो गए।
केमिकलयुक्त पानी रोकने की मांग
विरोध-प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने एमपीटी से आए दिन निकलने वाले केमिकलयुक्त पानी की खेतों में निकासी का विरोध करते हुए इसे तत्काल रोकने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि एमपीटी के सहारे ओबी कैम्प की तरफ बाहर कच्चे में जाने वाले सिविल रास्ते की तरफ एमपीटी के अंदर से केमिकल व लवणीय गंदे पानी की निकासी होती है। इस कारण एमपीटी के सहारे किसानों के खेतों में गंदा पानी प्रवेश करता है। इससे उनके खेतों को नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने कंपनी के अधिकारियों को समस्याएं बताई।
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