दरअसल, एसबीआई बैंक प्रबंधक सुजीतकुमार झा ने 4 फरवरी को मामला दर्ज करवाया था कि बैंक के 25 एटीएम से एक गिरोह ने 22 नवंबर 2020 से फरवरी 2021 तक फर्जी तरीके व षडयंत्रपूर्वक करीब 74 लाख 95 हजार रुपए निकाल दिए। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन चार माह बीतने के बावजूद मामले की जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। जबकि जांच एजेंसी कोतवाली पुलिस प्रकरण में साक्ष्य व दस्तावेज जुटाने के लिए बैंक प्रबंधन को 20 से अधिक पत्र लिख चुकी है।
800 से ज्यादा हुए थे ट्रांजेक्शन
एसबीआई बैंक के शहर में संचालित 25 एटीएम पर गिरोह ने मशीन का पॉवर फैलियर की तकनीकी प्रक्रिया अपनाकर करीब 800 से ज्यादा एटीएम कार्ड से ट्रांजेक्शन किए थे। यहां बैंक ने बिना सत्यापन किए पैसे खाताधारकों को लौटा दिए थे।
शाखा प्रबंधक हो गई ट्रांसफर
कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाने वाले शाखा प्रबंधन सुजीतकुमार झा की अन्य जगह स्थान पर ट्रांसफर हो गई। इसके अलावा भी कई कार्मिकों की ट्रांसफर हो गई है। उसके बाद प्रताप जी की प्रोल शाखा में नए शाखा प्रबंधक की पोस्टिंग नहीं हुई है। तत्कालीन शाखा प्रबंधक से मामले की जानकारी जुटाने के प्रयास किए, लेकिन कॉल रिसीव नहीं किया।
– बैंक सहयोग नहीं कर रही है
मामले की जांच के लिए बैंक प्रबंधन को 20 से अधिक पत्र लिख चुके है। हमें प्रकरण को लेकर दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए है। साथ ही एटीएम के सीसीटीवी फुटेज भी नहीं दे रहे है। ऐसी स्थिति में जांच आगे नहीं बढ़ पाई है। – प्रेमप्रकाश, थाना प्रभारी, कोतवाली, बाड़मेर
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