राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में 40 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले विद्यालयों की सूची जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा से मांगी गई थी। विभाग ने फिसड्डी परिणाम देने वाले दो विद्यालय मेवाणियों की ढाणी, महाबार और आटी के ही नाम भेजे गए। इनके भी केवल एक-एक विषयाध्यापक का नाम दिया गया कि इनके परिणाम ही कमजोर रहे हैं। इस आधार पर इन दो शिक्षकों को जिला बदर कर जैसलमेर लगाया गया। जबकि जिले में बीस से अधिक विद्यालय हैं जिनके परिणाम 40 प्रतिशत से कम हैं। इनके नाम भेजे ही नहीं गए, लिहाजा इन पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है।
ग्रामीणों की शिकायत, सुनवाई नहीं 40 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले विद्यालयों के ग्रामीणों ने भी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक को कई जगह से शिकायत की है लेकिन इनकी सुनवाई भी नहीं हो रही है। यह कह कर टाला जा रहा है कि सरकार को सूची भेज दी है।
विधानसभा प्रश्न और अब छूटा पसीना विधायक मेवाराम जैन ने विधानसभा में प्रश्न लगा दिया है कि 40 प्रतिशत से कम परिणाम देने वाले कितने विद्यालय हैं, उनकी सूची दी जाए। अब जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शिक्षा कार्यालय कार्मिकों का पसीना छूट गया है और शुक्रवार से इसकी सूची तैयार होने लगी है, जबकि यह सूची सरकार ने पहले मांग ली थी।
तैयार कर रहे हैं सूची सूची तैयार की जा रही है। शनिवार को तैयार हो जाएगी। पंद्रह से अधिक विद्यालय इसमें हो सकते हैं।- डालूराम चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक शिक्षा स्कूल- परिणाम प्रतिशत
डाबड़, गुड़ामालानी- 23.81 दारूल उलूम फेजगोसिया खारची- 31.25
कुर्जा- 31.43 भाचभर- 34.62
मांगता- 35.59 पीरानाडा पाटोदी- 28.57
बांडासर- 35 आसोतरा- 35.85
पचपदरा नगर-36.36 पारलू- 32.20
कूंपावास सिवाना- 35.14 लोहिड़ी सिणधरी- 18.92
समदड़ी -34.72 सिलौर-40
कांकरला- 30.30
तालसर- 39.13
देरासर- 16.67 दरूड़ा-38.24
जुनेजों की बस्ती- 16 दूदाबेरी- 26.09
मीठड़ा- 13.33 मारूड़ी- 20
रावतसर गडरारोड- 38.89 सनावड़ा- 36
(स्रोत: माशिबो की वेबसाइट)