इतना ही नहीं रूडिप के आगे जिला कलक्टर व आयुक्त भी बेबस है, यह महकमा उनकी भी नहीं सुन रहा है। ऐसी स्थिति में शहर के कई स्थानों पर मोहल्लेवासियों के लिए सीवरेज के मैन हॉल गंभीर समस्या बने हुए हैं। आयुक्त से जब सीवरेज लीकेज पर सवाल किया तो वह बोले- मैं क्या करू…कलक्टर साहब की भी नहीं सुनते हैं।
मशीन की क्षमता कम रूडिप के पास मैन हॉल का लीकेज दुरस्त करने के लिए एक मशीन है। लेकिन मशीन की इतनी क्षमता नहीं कि वह लीकेज को दुरस्त कर पाए। रूडिप के अधिकारी दबी जुबान स्वीकार कर रहे हंै कि हमारे पास संसाधन नहीं है। ऐसी स्थिति में शहर में हो रहे सीवरेज के मैन हॉल लोगों के लिए मुसीबत बन गए हैं।
अग्रवाल पंचायत भवन के सामने केस.1 शहर के अग्रवाल पंचायत भवन के सामने पिछले डेढ माह से सीवरेज का मैन हॉल लीकेज है। यहां 24 घण्टे सड़क पर पानी बह रहा है। स्थानीय लोगों ने विधायक सहित अधिकारियों को अवगत करवाया। इसके बावजूद कोई समाधान नहीं हुआ है। यहां दिनभर सैकड़ों वाहनों का आवागमन रहता है।
सीएमएचओ कार्यालय के सामने की गली केस.2 शहर के सीएमएचओ ऑफिस के सामने वाली गली में करीब चार माह से सीवरेज का पानी सड़क पर बह रहा है। सड़क पूरी तरह टूट गई है, कई बार रूडिप व आयुक्त को अवगत करवाया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ है।यहां से राहगीरों का निकलना मुश्किल हो गया है।
आयुक्त का जबाव- हम क्या करें? सीवरेज से जुड़ा काम रूडिप देखती है। शहर में सीवरेज समस्या को लेकर कई बार उनको बता दिया है, लेकिन वे कुछ करते नहीं है। कलक्टर साहब से भी कहलवा दिया है। फिर भी सुधार नहीं हुआ है। अब हम क्या करें?
कॉल नो रिप्लाई? बाड़मेर रूडिप अधिकारी सुनील विश्रोई से कॉल किया गया। लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।