पाक सीमा के पास बनाया शहीद स्मारक, दिलवा रहा रेलवे शहीदों की याद
- गडरारोड में शहीद स्मारक का उद्धाटन
गडरारोड (बाड़मेर). 9 सितंबर 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हुए रेलवे कर्मचारियों की याद में बने शहीद स्मारक का उद्घाटन उत्तर-पश्चिम रेलवे जयपुर महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने किया। शहीद स्मारक पर श्रदांजलि देते हुए बीएसएफ के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रेलवे शहीदों के परिवार वालों को माला, शॉल के साथ सम्मानित किया गया।
मण्डल रेल प्रबंधक गीतिका पांडेय ने देशभक्ति कविता सुनाते हुए रेलवे शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने 55 वर्ष पहले शहीद हुए रेल कार्मिकों के बलिदान की सराहना की और भारतीय सेना के साथ अदम्य साहस को सलामी दी।
बीएसएफ के डीआइजी गुरूपालसिंह ने बॉर्डर पर रेल कर्मचारियों एवं भारतीय सेना के सहयोग को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी के साथ कहा 1971 में इसी बॉर्डर पर बुरी तरह परास्त किया था। अगर नही सुधरा तो इस बार परास्त करके ही दम लेंगे।
सीमावर्ती ग्रामीणों ने बॉर्डर क्षेत्र में रेल सुविधाओं के विस्तार करने की मांग की। साथ ही गडरा के अमर रेल शहीदों के नाम स्पेशल ट्रेन शुरू करने की मांग रखी।
महाप्रबंधक आनंद प्रकाश ने गडरा रेल शहीदों को नमन करते हुए स्मारक का उद्घाटन अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि रेलवे के इन जांबाज शहीदों की बदौलत देश के इतिहास में उनका नाम अमर हो गया है।
ग्रामीणों की रेल की मांग पर उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल में बन्द हुई रेल समय के साथ प्रारंभ हो जाएगी। लेकिन विशेष रेल के लिए अब वह समय नही रहा। रेलवे अब सेवा की बजाय वाणिज्य ज्यादा हो गई हैं।
समारोह में सरपंच डेमी देवी, पूर्व सरपंच रमेशचंद्र चांडक ने सभी अतिथियों का सम्मान करते हुए आभार व्यक्त किया।
उद्घाटन समारोह के बाद महाप्रबंधक सीधे अंतराष्ट्रीय (जीरो पॉइंट रेलवे) स्टेशन मुनाबाव पहुंचे। जहां उन्होंने स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
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