बाड़मेर शहर सहित जिले भर में अनुशासित कफ्र्यू रहा। बिना काम लोग घरों से बाहर नहीं निकले। वहीं आमजन पर पुलिस-प्रशासन ने भी सख्ती दिखाई और चालान बनाने की कार्यवाही को अंजाम दिया।
सडक़ों पर नजर नहीं आए वाहन : शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सवारी वाहनों की संख्या बहुत कम रही। व्यावसायिक उद्योगों से जुड़े वाहनों का आवागमन जारी रहा।
सडक़ों पर नजर नहीं आए वाहन : शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सवारी वाहनों की संख्या बहुत कम रही। व्यावसायिक उद्योगों से जुड़े वाहनों का आवागमन जारी रहा।
जगह-जगह रही पुलिस तैनात
वींकेड कफ्र्यू की पालना के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मुस्तैद रहे। दिनभर अधिकारियों ने प्रमुख चौराहों सहित मुख्य मार्गों पर राउण्ड निकालकर स्थिति की जानकारी जुटाई। साथ ही जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात रहे। कफ्र्यू के दौरान रोडवेज बस व रेल का संचालन शुरू रहा। हालांकि कफ्र्यू होने पर रोडवेज में यात्रियों का भार हमेशा की तुलना में कम रहा।
वींकेड कफ्र्यू की पालना के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मुस्तैद रहे। दिनभर अधिकारियों ने प्रमुख चौराहों सहित मुख्य मार्गों पर राउण्ड निकालकर स्थिति की जानकारी जुटाई। साथ ही जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात रहे। कफ्र्यू के दौरान रोडवेज बस व रेल का संचालन शुरू रहा। हालांकि कफ्र्यू होने पर रोडवेज में यात्रियों का भार हमेशा की तुलना में कम रहा।
बाड़मेर डिपो से सामान्य दिनों में जोधपुर, चौहटन व सिणधरी क्षेत्र में ६० बसों का संचालन होता है, जबकि लॉकडाउन के पहले दिन ३३ बसों का संचालन हुआ।