इसके लिए आवेदकों ने जिला मुख्यालय बाड़मेर कई चक्कर लगाए, लेकिन अधिकारियों, कर्मचारियों ने इस कार्य में रुचि नहीं ली। 3 नवम्बर शाम तक इन्हें लाइसेंस उपलब्ध नहीं करवाने पर रविवार सुबह कई जने बाड़मेर पहुंचे। वहां से लाइसेंस लेकर शनिवार दोपहर में बालोतरा पहुंचे। इसके बाद दुकानों में पटाखे सजाकर बिक्री शुरू की। पटाखे बिक्री होने की जानकारी पर शहर, क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इन्होंने पटाखे खरीदे।
भारी पड़ी अनदेखी, परेशान पटाखा कारोबारी- जिला प्रशासन ने 29 अक्टूबर से 7 नवम्बर दीपावली पर्व तक पटाखा बेचने का अस्थायी लाइसेंस जारी किया है। दस दिन की अवधि के इस लाइसेंस में साढ़े छह दिन बीत गए है। सोमवार को धनतेरस, मंगलवार को रुपचतुर्थी व बुधवार को दीपावली पर्व है। ऐसे में दुकानों का किराया व संचालन खर्च महंगा होने से इनकी हालत खस्ता हो रही है। दुकान के लिए आवेदन करने, लाइसेंस लाने व इनके संचालन का खर्च अधिक होने पर दुकानदारों की परेशानियां बढ़ गई हैं। उनका चिंता मुनाफा तो दूर लगाई गई रकम मिलेगी या नहीं, इसको लेकर है।
भारी पड़ी अनदेखी, परेशान पटाखा कारोबारी- जिला प्रशासन ने 29 अक्टूबर से 7 नवम्बर दीपावली पर्व तक पटाखा बेचने का अस्थायी लाइसेंस जारी किया है। दस दिन की अवधि के इस लाइसेंस में साढ़े छह दिन बीत गए है। सोमवार को धनतेरस, मंगलवार को रुपचतुर्थी व बुधवार को दीपावली पर्व है। ऐसे में दुकानों का किराया व संचालन खर्च महंगा होने से इनकी हालत खस्ता हो रही है। दुकान के लिए आवेदन करने, लाइसेंस लाने व इनके संचालन का खर्च अधिक होने पर दुकानदारों की परेशानियां बढ़ गई हैं। उनका चिंता मुनाफा तो दूर लगाई गई रकम मिलेगी या नहीं, इसको लेकर है।