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तो क्या बाड़मेर बन रहा पैंथर का नया घर, चौहटन, समदड़ी, सिवाना में नजर आए पैंथर, गांवों में दहशत

locationबाड़मेरPublished: Jan 18, 2018 11:55:19 pm

Submitted by:

Dilip dave

स्लग– सीमावर्ती गांवों में दहशत का अंत…

 धीरा गांव में प्रेमपुरा सरहद में गुरुवार को पैंथर के पैरों के निशान दिखाईदिए

धीरा गांव में प्रेमपुरा सरहद में गुरुवार को पैंथर के पैरों के निशान दिखाईदिए

मायलावास. निकटवर्ती धीरा गांव में प्रेमपुरा सरहद में गुरुवार को पैंथर के पैरों के निशान दिखाईदिए। इससे ग्रामीणों में भय का माहौल है। प्रेमपुरावासी नारायण भारती, मांगाराम मेघवाल, मालसिंह ने अल सवेरे अपनी ढाणी के आसपास बड़े आकार के पद चिह्न देखे। इसकी जानकारी पर बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्रित हुए। दिलीपसिंह राजपुरोहित ने इसकी जानकारी वनविभाग अधिकारी उमरावसिंह को दी। वनविभाग नाका कुंडल वनपाल बालाराम विश्नोई, वनरक्षक बाबूराम, पन्नाराम ने धीरा पहुंचकर पेंथर के पदचिन्हों से इसकी पहचान की। हरिसिंह सोढ़ा, सकाराम मेघवाल, पोलाराम, आदि ने पदचिन्हों के आधार पर क्षेत्र में दो घंटे तक खोजबीन की। इस पर पेंथर के पदचिन्हों रिधरा नाला के पास खाटोत्री मामाजी मंदिर के पास से होकर पहाड़ी में पद चिन्ह दिखे।
इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ज्ञात रहे कि क्षेत्र में लंंबे समय से पेंथर विचरण कर रहा है। पूर्वमें इसने समदड़ी क्षेत्र में कई लोगों घायल किया था। कुछ दिन पूर्व देवंदी के पास एक गाय व लुदराड़ा में वन्य जीव सैही का शिकार किया था।
4 ग्रामीणों को घायल करने के बाद तीसरे दिन फागलिया से पकड़ा गया पैंथर


– वन विभाग की टीम ने पैंथर को किया ट्रैंकुलाइज

सेड़वा/चौहटन पत्रिका
सीमावर्ती क्षेत्र में दहशत फैलाने वाले पैंथर को बुधवार को पकड़ लिया गया। वन विभाग की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में दोपहर में पैंथर को फागलिया गांव से पकड़ा। इससे पहले सोमवार को क्षेत्र में पैंथर नजर आने के बाद से ही दहशत का माहौल था। पिछले दो दिनों में पैंथर के हमले में 4 जने घायल हुए। हालांकि वन विभाग की टीम रविवार को ही पहुंच गई थी, लेकिन पैंथर पकड़ में नहीं आया। बुधवार को टीम ने पैंथर को ट्रैंकुलाइज कर लिया। इसके बाद बाड़मेर लाया गया, जहां से शाम को जोधपुर भेज दिया।

3 दिन दहशत के

पहला दिन: 2 लोगों को किया गंभीर घायल

सेड़वा क्षेत्र के पनोरिया गांव में सोमवार को पैंथर नजर आया। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई तो बाड़मेर के साथ ही धोरीमन्ना और चौहटन रैंज से टीम पनोरिया पहुंची। साथ ही जोधपुर से ट्रैंकुलाइजेशन के लिए वन विभाग की टीम बुलाई गई। इसके बाद ने पैंथर की खोज शुरू की। टीम ने पिंजरा भी डाला, लेकिन रात होने की वजह से पैंथर पकड़ में नहीं आया। इधर, पैंथर ने मदावा गांव में दो लोगों को गंभीर घायल कर दिया। इसमें से हीराराम पुत्र जगनाराम निवासी मदावा को सांचौर रैफर किया गया था, जहां से गंभीर हालत में आगे डीसा भेज दिया गया। वहीं महिंगाराम पुत्र तगाराम निवासी मदावा का सांचौर अस्पताल में उपचार चल रहा है।

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