ये काम हो गया पूर्ण नंदी गोशाला में वर्तमान में 12 काउशेड, एक चारा गोदाम, 5 पानी की खेलियों का काम पूर्ण हो गया है। इसके अलावा ग्वालों के रहने के लिए आवासों का कार्य चल रहा है। गार्ड रूम भी तैयार हो गया है। गोशाला परिसर में 2 टयूबवेल से पानी का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा जलदाय विभाग की ओर से एक ओवर टैंक का निर्माण कार्य भी जल्द होगा।
नाडी में होगा जल संरक्षित गोशाला में पानी के लिए नाडी बनाई गई है। जिसमें वर्षा जल का संग्रहण किया जाएगा। इसके अलावा पानी कम होने पर टयूबवेल से इसे भरा जाएगा। आगामी दिनों में 50 बीघा जमीन पर पशुओं के लिए सेवण घास उगाई जाएगी। जिससे चारे की व्यवस्था होगी।
परिसर में लगाए 600 पौधे गोशाला में नगर परिषद व समाजसेवियों के सहयोग से 600 से अधिक पौधे लगाए गए है। पौधों की सुरक्षा के लिए ट्रीगार्ड भी लगाए गए हैं। आगामी दिनों में 500 पौधे और लगाए जाएंगे।
तारबंदी का कार्य पूर्ण पशु गोशाला से बाहर नहीं आ पाए इसके लिए चारों ओर तारबंदी करवाई गई है। देखरेख करने वाले ग्वालों के रहने के लिए भी गोशाला में व्यवस्था की जा रही है। रात में रोशनी के लिए गोशाला में हाई मास्ट लाइटें भी लगाई गई है।
बीमार गोवंश का होगा इलाज गोशाला में बीमार या चोटिल होने पर पशुओं का इलाज भी किया जाएगा। इसके लिए परिसर में पशु चिकित्सालय के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। चिकित्सालय बनने पर गोवंश को यहीं पर उपचार मिल जाएगा।
30 सदस्यों की टीम गठित शहर में घूमने वाले बेआसरा पशुओं को पकडऩे के लिए नगर परिषद की ओर से 30 कर्मचारियों की टीम गठित की गई है। जो रात में शहर भर में पशुओं को पकडऩे का काम करेगी। टीम की ओर से शहर के अलग-अलग स्थानों पर पशुओं को पकडऩे के बाद गोशाला में छोड़ा जाएगा।
पालतु पशुओं को बांधने की अपील नगर परिषद की ओर से आमजन से पालतु पशुओं को बांध कर रखने की अपील की गई है। खुले पशुओं को पकड़ा जाएगा। नगर परिषद की ओर से एक बार पशु को पकडऩे के बाद छोडऩे पर 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जाएगा। साथ ही अपने वाहनों आदि को सुरक्षित रखने की अपील की गई है।
दस हजार का लगेगा जुर्माना शहर में घूमने वाले बेआसरा पशुओं को गुरुवार से पकड़ा जाएगा। पशु मालिक अपने पशुओं को बांध कर रखें। पालतु पशु पकडऩे के बाद वापस छोडऩे पर 10 हजार का जुर्माना वसूला जाएगा।
पवन मीणा, आयुक्त नगर परिषद बाड़मेर शहर वासियों को राहत मिलेगी बेआसरा पशुओं को पकड़कर नंदी गोशाला में रखा जाएगा। मुख्यमं़त्री की ओर से इस कार्य का शुभारम्भ किया गया था जो कि जल्द पूरा होगा। नंदी गोशाला राजस्थान में उदारहण साबित होगी। मुख्यमंत्री की ओर से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। इससे शहर को बेआसरा पशुओं से होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी।
मेवाराम जैन, विधायक बाड़मेर