व्यवसायी वीरेंद्र जैन ने ५० साल तक आचार्य विद्यासागर ने देश में लगभग ५०००० किलोमीटर की पदयात्रा की। दिलीप माली ने कहा कि बहुत श्रेष्ठ साधना करते हुए आचार्य विद्यासागरने इन ५० वर्षो में देश विदेश में धर्म के प्रचार के साथ ही लोगो के जीवन को मार्गदर्शित किया है। संग्राम भंसाली ने कहा कि विद्यासागर उच्च कोटि के श्रेष्ठ संत है, किसी एक संप्रदाय, धर्म, जाति से बंधे नहीं है, जैन संत की जगह वे जन संत बन चुके हैं।
बाड़मेर मंडल के सहायक डाक अधीक्षक सुदर्शन सामरिया ने बताया कि बाड़मेर मंडल में इस प्रकार का विशेष कवर का विमोचन का आयोजन प्रथम बार हुआ है। हंसराज कोटडिया, गौतम चमन, यज्ञदत्त जोशी, प्रवीण सेठिया, वीरेंद्र जैन, प्रकाश चन्द्र जैन, अशरफ अली, राकेश जैन, कालीचरण जैन, मनीष कुमार वर्मा, पंकज बोहरा,मुरलीधर बख्तानी, जेठमल जैन आदि उपस्थित थे।