जल स्वावलम्बन अभियान के तहत नगर परिषद व सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से टांकों का निर्माण करवाया जाएगा। लगभग 45 लाख रुपए की लागत से इन टांकों का निर्माण करवाया जा रहा है। इससे वर्षा जल का संग्रहण होने के साथ कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
यहां पर बनेंगे टांके
शहर के कलक्ट्रेट, राजकीय महाविद्यालय, पंचायत समिति, टाउन हॉल, जलदाय विभाग, माइनिंग कार्यालय, नगर परिषद सहित अन्य कार्यालयों में टांकों का निर्माण होगा। यहां अलग- अलग क्षमता के टांकों का निर्माण होगा। इससे पानी सहेजने में मदद मिलेगी।
शहर के कलक्ट्रेट, राजकीय महाविद्यालय, पंचायत समिति, टाउन हॉल, जलदाय विभाग, माइनिंग कार्यालय, नगर परिषद सहित अन्य कार्यालयों में टांकों का निर्माण होगा। यहां अलग- अलग क्षमता के टांकों का निर्माण होगा। इससे पानी सहेजने में मदद मिलेगी।
जल बचाने का संदेश योजना के तहत वर्षा जल को सरंक्षित करने के लिए छतों के पानी को टांके में जमा किया जाएगा। इसके बाद आवश्यकता अनुसार जल का उपयोग किया जाएगा। वहीं आमजन को पानी बचाने का संदेश दिया जाएगा।
जल स्वावलम्बन अभियान के तहत नगर परिषद व सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से टांकों का निर्माण करवाया जाएगा। लगभग 45 लाख रुपए की लागत से इन टांकों का निर्माण करवाया जा रहा है। इससे वर्षा जल का संग्रहण होने के साथ कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
शहर के कलक्ट्रेट, राजकीय महाविद्यालय, पंचायत समिति, टाउन हॉल, जलदाय विभाग, माइनिंग कार्यालय, नगर परिषद सहित अन्य कार्यालयों में टांकों का निर्माण होगा। यहां अलग- अलग क्षमता के टांकों का निर्माण होगा। इससे पानी सहेजने में मदद मिलेगी। वहीं आमजन को पानी बचाने का संदेश दिया जाएगा।
11 जगह बनेंगे टांके
योजना के तहत 11 सरकारी कार्यालयों में टांकों का निर्माण करवाया जाएगा। इससे पानी की बचत होगी। सुराराम, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग
योजना के तहत 11 सरकारी कार्यालयों में टांकों का निर्माण करवाया जाएगा। इससे पानी की बचत होगी। सुराराम, अधिशासी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग