नगर के नाहटा चिकित्सालय के चिकित्सक सातवें दिन भी काम पर नहीं लौटे। सरकार की सख्ती पर काम पर लौटे प्रमुख चिकित्सालय अधिकारी व दो अन्य चिकित्सकों सहित दस आयुष, आयुर्वेद चिकित्सकों व मेडिकल कॉलेज
जोधपुर के दो चिकित्सकों ने सेवाएं दी। अधिकांश चिकित्सकों के काम पर नहीं लौटने व आयुष, आयुर्वेद चिकित्सकों के सेवाएं देने की जानकारी को लेकर एलोपैथिक उपचार के लिए मरीज चिकित्सालय नहीं पहुंच रहे हंै। इस पर रविवार को नाममात्र 80 मरीज नाहटा चिकित्सालय उपचार के लिए पहुंचे। अधिकांश मरीज निजी चिकित्सालयों से उपचार ले रहे हैं। इन चिकित्सालयों के महंगे उपचार से गरीब व कमजोर परिवारों की हालत खस्ता हो रखी है। वहीं बढ़े काम पर चिकित्सक भी परेशानी महसूस कर रहे हैं।
समदड़ी. चिकित्सकों के जारी राज्यव्यापी आंदोलन से कस्बे व क्षेत्र के मरीजों की परेशानियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। चिकित्सा विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कस्बे के अस्पताल में तीन आयुष चिकित्सकों को नियुक्त किया है, लेकिन चिकित्सालय में आयुर्वेद दवाइयां उपलब्ध नहीं होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर मरीज निजी चिकित्सालयों में उपचार करवा रहे हैं।
निजी नर्सेज हड़ताल पर रह निजी हॉस्पीटल नर्सेज एसोसिएशन के सात सूत्री मांगों को लेकर रविवार को नगर के नर्सिंग कर्मी हड़ताल पर रहे। इससे चिकित्सालयों में कामकाज प्रभावित हुआ। एसोसिएशन अध्यक्ष मांगीलाल परिहार ने बताया कि वेतन बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर पिछले लंबे समय से नर्सेज मांग कर रहे हैं, लेकिन चिकित्सालय प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। इस पर रविवार दोपहर बाद नर्सेज हड़ताल पर रहे। इस दिन चिकित्सालय प्रबंधकों को ज्ञापन सांैप मांगे पूरी करने की मांग की। मांगेंं नहीं मानने पर इन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी।