जसोल (बालोतरा). जसोल में सात दिन से हड़ताल पर चल रहे सफाईकर्मी बुधवार को काम पर लौटे। काम पर लौटने के साथ ही उन्होंने सफाई कार्य शुरू किया। मानदेय में बढ़ोतरी की मांग को लेकर 2 जनवरी को जसोल के सभी 18 सफाई कर्मचारी सामूहिक रूप से हड़ताल पर गए थे। इनके हड़ताल पर रहने से कस्बे की सफाई व्यवस्था चरमरा गई थी। जगह-जगह लगे कचरे, गंदगी के ढेर तथा इससे फैली दुर्गंध पर लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। कस्बे का सौन्दर्यकरण भी प्रभावित हो रहा था। ग्राम पंचायत ने सफाई कर्मचारियों के साथ कई बार वार्ता की, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। बुधवार को ग्राम पंचायत ने फिर से सफाई कर्मचारियों के साथ वार्ता की। सरपंच जालमसिंह राठौड़ की मौजूदगी में हुई वार्ता में सफाईकर्मियों को 1 जनवरी 2019 से श्रम विभाग की ओर से निर्धारित की जाने वाली श्रमिक दर से भुगतान करने का निर्णय लिया गया। इस पर सफाईकर्मी सहमत हुए। शाम करीब चार बजे समझौता होने पर सभी सफाईकर्मी काम पर लौटे। उन्होंने फिर से सफाई कार्य प्रारंभ किया। इस पर आगामी एक-दो दिन में कस्बे की सफाई व्यवस्था में सुधार की उम्मीद है।
यह है मामला- जसोल कस्बे में सफाई व्यवस्था को लेकर ग्राम पंचायत ने मानदेय पर कार्मिक लगा रखे हैं। इनको निश्चित मानदेय हर साल मिलता है। यहां अठारह कार्मिक कार्यरत हैं। इन्होंने 2 जनवरी को मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर हड़ताल आरम्भ कर दी। उनकी मांग थी कि उनका मानदेय श्रम विभाग की ओर से जारी न्यूनतम मानदेय से भी कम है। इसके चलते घर चलाना मुश्किल हो रहा है।
हड़ताल समाप्त, काम पर लौटे सफाईकर्मी – वार्ता के बाद सफाईकर्मी काम पर लौट आए हैं। इन्हें 1 जनवरी 2019 से श्रम विभाग के निर्धारित की जाने वाली नई श्रमिक राशि से भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही कस्बे की पूरी सफाई करवाईजाएगी।- किशनसिंह राजपुरोहित, विकास अधिकारी जसोल
हड़ताल समाप्त, काम पर लौटे सफाईकर्मी – वार्ता के बाद सफाईकर्मी काम पर लौट आए हैं। इन्हें 1 जनवरी 2019 से श्रम विभाग के निर्धारित की जाने वाली नई श्रमिक राशि से भुगतान करने का निर्णय लिया गया है। शीघ्र ही कस्बे की पूरी सफाई करवाईजाएगी।- किशनसिंह राजपुरोहित, विकास अधिकारी जसोल