कोतवाल प्रेमप्रकाश ने बताया कि शहर में मंदिर चोरी की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए स्पेशल टीम का गठन किया। टीम के सदस्यों ने मुखबिरी के जरिए शातिर नकबजन व पैरोल से फरार करणसिंह पुत्र विजयसिंह निवासी अकली हॉल इन्द्रा कॉलोनी को दस्तयाब किया। आरोपी ने पूछताछ में माजिसा मंदिर महावीर नगर व संचिचाय माताजी मंदिर पर सह आरोपी कालिया उर्फ कालूराम पुत्र उतमाराम निवासी आचार्यो का वास व दीपाराम पुत्र भूपाराम निवासी दूधु के साथ वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ शुरू की। आरोपी करणसिंह के कब्जे से माजिसा मंदिर से चुराए जेवरात बरामद करने में सफलता हासिल की। पुलिस अन्य मामलों की जांच के लिए पूछताछ कर रही है।
करणसिंह चल रहा था पैरोल से फरार
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी करणसिंह हत्या के मामले में आजीवान कारावास की सजा से पैरोल पर तीन साल से फरार चल रहा था। साथ ही आरोपी कालिया उर्फ कालू व दीपाराम गत दिनों कोतवाली पुलिस ने चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था, जो न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे थे।
इनकी रही अहम भूमिका
कोतवाल प्रेमप्रकाश ने बताया कि स्पेशल टीम में हैड कांस्टेबल करणसिंह, हरदान, कांस्टेबल रूपसिंह, रतनसिंह, मोहनलाल, रंगाराम, अर्जुनसिंह, भरतकुमार, श्रवणकुमार, रामस्वरूप व शिवरतन की अहम भूमिका रही।