जिला कलक्टर लोक बंधु, जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओमप्रकाश विश्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह द्वारा बस दुर्घटना में बस में आग लग जाने के बावजूद अपनी जान को जोखिम में डालकर सहायता करने वाले चेनाराम पुत्र किरताराम, घीसुलाल पुत्र रामचन्द्र, बाबुलाल पुत्र उम्मेदाराम, जुगताराम पुत्र भूराराम, डुंगराराम पुत्र पदमाराम, भूरसिंह पुत्र भैरूसिंह, रमेश पुत्र वालाराम, सुरेश पुत्र घेवाराम, गौतम गहलोत पुत्र भुराराम एवं जनक गहलोत पुत्र मांगीलाल का शॉल ओढाकर, 21 हजार रूपए का चैक, प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं कैप पहनाकर सम्मान किया गया।
जिला कलक्टर लोक बंधु ने कहा कि जलती बस में से अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की जिन्दगीयां बचाना वास्तव में सराहनीय कदम है। उन्होने कहा कि साहसिक कार्य के लिए मुख्यमंत्री ने उन्हें धन्यवाद के साथ प्रत्येक को 21 हजार रूपए बतौर इनाम भिजवाए है।
इस दौरान दुखान्तिका में मदद करने वाले चैनाराम, घीसूलाल समेत सभी दस लोगों ने हादसे के संबंध में विस्तार से जानकारी कराई। उन्होने बताया कि दुर्घटना होते ही वाहन में आग लग गई। बस के अंदर प्रवेश करना मुश्किल होने से बस के शीशे तोड़कर अंदर गए तथा लोगों को बाहर निकाला एवं घायलों को चिकित्सालय पहुंचाया।