क्षेत्र में सड़कों के निर्माण बाद इनकी देखरेख व मरम्मत पर ध्यान नहीं देने से इनकी हालत दयनीय है। सड़कों में हर पांच आठ फीट दूरी में खड्डे, इसकी टूटी पटरियों पर हर दिन आवागमन में लोगों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं दुघर्टनाएं होती है। चालक व सवार चोटिल तो घायल होते हैं।
दर्जनों सड़कों का निकला दम खंड बालोतरा के कल्याणपुर, समदड़ी, सिवाना व पाटोदी में दर्जनों सड़कें खस्ताहाल हैं। वर्ष2006 व इससे पहले क्षेत्र में बनाई सड़कों की सरकार ने देखरेख व मरम्मत तक नहीं की। बीते वर्षों में अतिवृष्टि से खस्ताहाल सड़कों की रही सही कसर निकल गई। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने खंड क्षेत्र में 46 सड़कें चिन्हित की है, जो मरम्मत लायक नहीं है। 318 किलोमीटर क्षतिग्रस्त इन सड़कों की मरम्मत के लिए अनुमानित 46 करोड़ रुपए चाहिए। लेकिन सरकार ने अभी तक बजट स्वीकृत नहीं किया है। क्षेत्र में सड़कों के निर्माण बाद इनकी देखरेख व मरम्मत पर ध्यान नहीं देने से इनकी हालत दयनीय है। सड़कों में हर पांच आठ फीट दूरी में खड्डे, इसकी टूटी पटरियों पर हर दिन आवागमन में लोगों को बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है। वहीं दुघर्टनाएं होती है। चालक व सवार चोटिल तो घायल होते हैं।
पैदल चलने लायक भी नहीं
पैदल चलने लायक भी नहीं
क्षेत्र की अधिकांश सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। कई सड़कें तो पैदल चलने लायक भी नहीं है। इस पर आवागमन में हर दिन हजारों जनों को परेशानी उठानी पड़ती है। शीघ्र मरम्मत करवाएं। – जोगाराम सैन
हर रोज दुर्घटनाएं सड़कों की हालत खस्ता है। आवागमन में हर दिन परेशानी उठानी पड़ती है। हर रोज दुघर्टनाएं होती है। सुख चैन छीन गया है। – अरविंद दवे