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एटीएम में नकदी का अभाव, छुट्टी के दिन ग्रामीण परेशान
शिव . उपखंड मुख्यालय स्थित विभिन्न एटीएम में नकदी नहीं मिलने से उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कस्बे में लगे एसबीआई के एटीएम में कुछ वर्ष पूर्व तोडफ़ोड़ के बाद यह एटीएम बैंक शाखा बंद होने के साथ ही बंद हो जाता है तथा छुट्टी के दौरान भी बंद ही रहता है। ऐसे में यहंा गांव से आने वाले ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बैंक ऑफ बड़ौदा के दो एटीएम लगे हुए हैं। एक एटीएम बैंक शाखा के पास तथा दूसरा गडरा सर्कल के पास लगा है। इसमें भी अधिकांश समय नकदी का अभाव रहता है। बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम भी शाखा के साथ ही बंद हो जाता है। दी बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक ने कुछ माह पूर्व बैंक शाखा के पास एटीएम कक्ष बनवाने के साथ मशीन भी लगवा दी, लेकिन अभी चालू नहीं होने से सुविधा नहीं मिल रही।
दमकल के अभाव में हर वर्ष दर्जनों परिवार होते हैं बेघर
सिवाना ञ्च पत्रिका . उपखंड मुख्यालय सिवाना में दमकल का अभाव कस्बे सिवाना व क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के ग्रामीणों के लिए परेशानी बना हुआ है। कस्बे व क्षेत्र में आग की घटना पर बालोतरा से कई घंटों बाद दमकल पहुंचती है, तब तक सबकुछ जल कर स्वाह हो जाता है। लंबे समय से दमकल की सुविधा की जरूरत के बावजूद सरकार के इसे उपलब्ध नहीं करवाने पर आमजन में रोष है।
एटीएम में नकदी का अभाव, छुट्टी के दिन ग्रामीण परेशान
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कस्बे में लगे एसबीआई के एटीएम में कुछ वर्ष पूर्व तोडफ़ोड़ के बाद यह एटीएम बैंक शाखा बंद होने के साथ ही बंद हो जाता है तथा छुट्टी के दौरान भी बंद ही रहता है। ऐसे में यहंा गांव से आने वाले ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। बैंक ऑफ बड़ौदा के दो एटीएम लगे हुए हैं। एक एटीएम बैंक शाखा के पास तथा दूसरा गडरा सर्कल के पास लगा है। इसमें भी अधिकांश समय नकदी का अभाव रहता है। बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम भी शाखा के साथ ही बंद हो जाता है। दी बाड़मेर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक ने कुछ माह पूर्व बैंक शाखा के पास एटीएम कक्ष बनवाने के साथ मशीन भी लगवा दी, लेकिन अभी चालू नहीं होने से सुविधा नहीं मिल रही।
दमकल के अभाव में हर वर्ष दर्जनों परिवार होते हैं बेघर
सिवाना ञ्च पत्रिका . उपखंड मुख्यालय सिवाना में दमकल का अभाव कस्बे सिवाना व क्षेत्र के सैकड़ों गांवों के ग्रामीणों के लिए परेशानी बना हुआ है। कस्बे व क्षेत्र में आग की घटना पर बालोतरा से कई घंटों बाद दमकल पहुंचती है, तब तक सबकुछ जल कर स्वाह हो जाता है। लंबे समय से दमकल की सुविधा की जरूरत के बावजूद सरकार के इसे उपलब्ध नहीं करवाने पर आमजन में रोष है।
सिवाना व क्षेत्र में घटित आगजनी की घटना पर बालोतरा से दमकल पहुंचती है। बालोतरा से सिवाना की दूरी 35 किलोमीटर व क्षेत्र के गांवों की दूरी 65- 80 किलोमीटर से अधिक होने, ग्रामीण मार्गों के खस्ताहाल होने पर कई घंटे देरी से दमकल पहुंचती है। इस पर इसके पहुंचने से पूर्वही सब कुछ जल कर नष्ट हो जाता है। क्षेत्र में हर वर्ष आग की घटनाओं व दमकल के अभाव में दर्जनों परिवार बेघर हो जाते हैं। इससे उन्हें लाखों का नुकसान उठाना पड़ता है। इस पर पिछले कई वर्षों से सिवाना में दमकल सुविधा की जरूरत महसूस की जा रही है। कस्बे व क्षेत्रवासी दमकल की मांग कर रहे हैं। लेकिन अफसोस की बात है कि आज दिन तक जनप्रतिनिधि सिर्फ ग्रामीणों को झूठे आश्वासन ही देते रहे। इससे कस्बे व क्षेत्र वासियों में भारी रोष है।