नहीं रुकी चायनीज मांझे की बिक्री, आए दिन चोटिल हो रहे लोग, चिकित्सक सहित कई लोग हो चुके घायल
-कार्रवाई नहीं होने से बेखौफ
-प्रशासन की रोक का नहीं असर

बाड़मेर. चायनीज मांझे की बिक्री पर रोक नहीं लग पाने का खामियाजा पंछियों के लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है। पिछले तीन दिनों में चार लोग घायल हो चुक है। मांझे के कारण चोटिल हुए बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं।
जिले में चायनीज मांझे की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। शहर और जिले में लगी पतंगों की दुकानों पर मांझा बेचा जा रहा है। चोरी-छुपे बेचे जा रहे मांझे को खरीदकर ले जा रहे लोग दूसरों के लिए आफत खड़ी कर रहे है। मांझा नहीं टूटने के कारण ये घायल कर रहा है। वहीं पतंग उड़ाने वाले बच्चे भी इससे चोटिल हो रहे है।
प्रशासन ने रोक लगाई, कार्रवाई नहीं
जिला प्रशासन की ओर से मकर संक्रांति को देखते हुए पतंगबाजी के दौरान चायनीज मांझे को प्रतिबंधित किया है। इसके बावजूद बाजारों में पतंग की दुकानों पर नहीं टूटने वाला मांझा आसानी से मिल रहा है। ऐसे व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से धड़ल्ले से चायनीज मांझा बाजार में बिक रहा है।
नेहरू नगर पुल पर सबसे ज्यादा खतरा
बाड़मेर शहर में नेहरू नगर पुल पर चायनीज मांझे से सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। यहां से तेज रफ्तार निकलने वाले वाहन चालकों को मांझा नजर नहीं आता है। यहां से सोमवार को निकल रहे दो बाइक सवार चोटिल हो गए। गनीमत रहीं कि सर्दी के कारण मोटे कपड़े पहने होने से बचाव हो गया।
चायनीज मांझे पर रोक की मांग
चाइनीज मांझे से हो रही दुघर्टनाओं को लेकर अतिरिक्त जिला कलक्टर को सोमवार को ज्ञापन दिया गया। नेहरू नगर पुल पर बीते दिन यहां से गुजरते वक्त भगवा रक्षा वाहिनी प्रांत प्रभारी विजय शर्मा व दीपेंद्र सिंह भाटी तथा डॉ. सालू परिहार चोटिल हो गए थे। चायनीज मांझे की बिक्री पर रोक को लेकर राष्ट्रीय बजरंग दल प्रांत उपाध्यक्ष सुखदेव बजंरगी ने ज्ञापन में बताया कि आए दिन लोग चोटिल हो रहे है। इससे कभी बड़ा हादसा भी हो सकता है। इस दौरान विजय शर्मा, कैलाश आचार्य, अमित कल्ला, मुकेश जीनगर, विक्रम सिंह, अभिजीत सिंह राव आदि मौजूद थे।
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