डांडियों की खनक, थिरकते कदमों ने जगाई उमंगें बालोतरा। मंगलवार को कनाना गांव का दृश्य देखने लायक था, जहां विशाल शीतला सप्तमी मेला भरा गया। कोरोना के बाद पहली बार सामान्य स्थिति होने से मेले में उत्साह चरम पर दिखाई दिया। आस-पास गांवों से लोग मेले में पहुंचना शुरू हुए, दोपहर 12 बजे तक यह सिलसिला जारी रहा। इससे मेला मैदान खचाखच भर गया। मंदिर में दशज़्न के लिए लंबी कतारें लग गई। बारी आने पर श्रद्धालुओं ने मां का पूजन कर प्रसाद में ठंडा भोजन चढ़ाया।
डांडियों की खनक, थिरकते कदमों ने जगाई उमंगें बालोतरा। मंगलवार को कनाना गांव का दृश्य देखने लायक था, जहां विशाल शीतला सप्तमी मेला भरा गया। कोरोना के बाद पहली बार सामान्य स्थिति होने से मेले में उत्साह चरम पर दिखाई दिया। आस-पास गांवों से लोग मेले में पहुंचना शुरू हुए, दोपहर 12 बजे तक यह सिलसिला जारी रहा। इससे मेला मैदान खचाखच भर गया। मंदिर में दशज़्न के लिए लंबी कतारें लग गई। बारी आने पर श्रद्धालुओं ने मां का पूजन कर प्रसाद में ठंडा भोजन चढ़ाया।
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