बॉर्डर के गांवों में टिड्डी फाके का हमला, खेतों में बिछी पीली चादर
बाड़मेर. टिड्डी के बाद अब फाके (tiddi dal) के हमले से सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों (border area farmers) के होश उड़ गए हैं। पूरे सीमा क्षेत्र में टिड्डी के बच्चे फाके के रूप में खेतों (fields) में फैल रहे हैं। क्षेत्र के कई गांवों में जब किसान खेतों में पहुंचे तो वहां टिड्डी फाका खेत में चादर (sheet) की तरह बिछा दिखा। बुवाई के बाद हल्की बरसात (
rain) और नमी के चलते खेत में फसल अंकुरित हुई ही थी और फाके के हमले से फसल के नष्ट (damage) होने की आशंका है।
पिछले दो माह से पाकिस्तान से टिड्डी लगातार आ रही है। टिड्डियां पूरे सीमा क्षेत्र में फैल गई है। इसके बाद जमीन के नीचे अंडे देने के बाद अब बच्चे बड़े हो गए और आसपास के खेतों में हमला कर रहे हैं। इससे सीमावर्ती क्षेत्र में खेतों में हरी की जगह पीली चादर बिछी नजर आ रही है। इससे किसानों के लिए आफत खड़ी कर दी है। करोड़ों की संख्या में फाके के आने से किसानों की नींद उड़ गई है।
अमीन का पार के खेतों में टिड्डी फाका
सीमावर्ती तामलोर ग्राम पंचायत के अमीन का पार के खेत मे बुवाई के बाद अंकुरित हो रही फसल पर टिड्डी फाका देखकर आसपास के किसानों की चिंता और बढ़ गई। पूरे खेत में टिड्डी फाका फैला देखकर किसान हतप्रभ रह गए। ऐसा लग रहा था जैसे पीले रंग की टिड्डियों की जैसे फसल उग आई हो।
खेत में दिखा टिड्डी की चादर
अमीन का पार गांव के किसान हमजा खान ने बताया कि गुरुवार सुबह जब वह अपने खेत पहुंचे तो फसल की जगह खेत में टिड्डियों की चादर बिछी दिखी। खेत में बुवाई के बाद अभी फसल अंकुरित हो रही थी। अब टिड्डी फाके के हमले से बड़ा नुकसान होने की आशंका है।
कुछ दिन पहले किया था छिड़काव
टिड्डी नियंत्रण संगठन ने अमीन का पार गांव में कुछ दिन पहले ही नियंत्रण के लिए छिड़काव किया था। इसके बावजूद करोड़ों की संख्या में टिड्डी फाका पहुंचने से नियंत्रण के दावे फेल होते नजर आ रहे हैं।