दो साल में सरकारी विद्यालयों में पच्चीस हजार नामांकन बढ़ा है जिसका मतलब यह है कि इन बच्चों को कला किट नहीं मिल पाएंगे। यह स्थिति शिक्षकों के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। एक ही कक्षा में किस बच्चे को किट दें और किस को नहीं दे यह तय करना मुश्किल हो रहा है। कोविड-१९ के कारण लम्बे समय तक विद्यार्थियों का सीधे विद्यालयों से जुड़ाव नहीं रहा। कक्षा कक्षीय गतिविधियों का संचालन नहीं हुआ जिस पर विद्यार्थियों का शिक्षा से जुड़ाव और अधिगम निर्बाध रूप से रहे इसको लेकर कक्षा पहली से पांचवीं में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए सीखने को सरल, सहज, रोचक, आनंददायी बनाने के लिए कला किट अनुमोदित राशि उपलब्ध करवाई जा रही है।
कला किट अन्तर्गत क्रय की गई सामग्री का उपयोग विद्यार्थियों में रचनात्मक को बढ़ावा देने के लिए किया जाना है। संबंधित विषय अध्यापक गृहकार्य के समय एेसी गतिविधियां प्रस्तावित करें जिससे विद्यार्थी कला किट का उपयोग घर में कर सके। योजना के तहत २०१९-२० सत्र के अनुसार बाड़मेर जिले में २७८३५४ विद्यार्थियों को प्रति विद्यार्थी पचास रुपए की दर से एक करोड़़ उन्नचालीस लाख सत्रह हजार सात सौ रुपए का आवंटन हुआ है।
हालांकि वर्तमान सत्र में जिले में ३०३७८३ विद्यार्थी पहली से पांचवीं में अध्ययनरत है। एेसे में करीब २५ हजार विद्यार्थी कला किट से वंचित रह जाएंगे। वितरण से पहले ऊहापोह की स्थिति– दो साल पहले के नामांकन को माना जाए तो हजारों विद्यार्थी अगली कक्षाओं में चले गए जबकि २५ हजार अधिक नामांकन हो चुका है। अब पच्चीस हजार तो वंचित रह रहे हैं, वहीं इन्हीं के साथ वालों को कला किट देना है। एेसे में वितरण को लेकर ऊहापोह की स्थिति में है।
सभी को मिले कला किट- दो सालों में नामांकन करीब पच्चीस हजार बढ़ा है। ये बच्चे कला किट से वंचित रह जाएंगे। सभी को कला किट मिले यह सुनिश्चित हो।- छगनसिंह लूणू, राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम
निर्देशानुसार होगा वितरण- विभागीय आदेशों के अनुसार ही कला किट का वितरण होगा। वंचित रहने वालों की सूचना उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। आज से सभी सरकारी स्कू लों में कला किट का वितरण होगा।- अमरदान चारण, एसीबीईओ शिव